गुजरात में सरकार रेसीडेन्ट डॉक्टरों से बिना शर्त चर्चा को तैयार लेकिन हड़ताल गैरकानूनी-पटेल

अहमदाबाद,उप मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री नितिन पटेल ने रेसीडेन्ट डॉक्टरों की हड़ताल को गैरकानूनी बताते हुए इसे खत्म करने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा राज्य सरकार हड़ताली डॉक्टरों से बिना शर्त बातचीत करने को तैयार है। उन्होंने कहा कि सरकारी कोटे में एडमिशन के वक्त ही बोन्ड में स्पष्ट प्रावधान है कि ग्रामीण स्तर पर सेवा देनी होगी, अन्यथा बोन्ड भरकर मुक्त हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि डॉक्टर अकारण हड़ताल कर मरीजों की मुश्किलें बढ़ा रहे हैं, जिसे सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी। मरीजों की सेवा को अपना नैतिक कर्त्तव्य समझते हुए सभी डॉक्टर हड़ताल खत्म कर तुरंत काम लौट आएं। नितिन पटेल ने कहा कि रेसीडेन्ट डॉक्टरों की मांगें उचित होगी तो सरकार उनके साथ खुले मन से चर्चा को तैयार है| लेकिन अनुचित मांगें स्वीकार कभी भी स्वीकार नहीं करेगी, क्योंकि समस्या कोई भी हो उसका समाधान चर्चा होता है हड़ताल से नहीं। बेवजह हड़ताल कर मानवीय सेवाओं से भागना उचित नहीं है। उन्होंने डॉक्टरों से अनुरोध किया कि वह पहले काम पर लौट आएं, उसके बाद सरकार उनके साथ चर्चा करेगी। हड़ताल कर रहे डॉक्टर अब विद्यार्थी नहीं हैं, क्योंकि वह यूनिवर्सिटी से डिग्री प्राप्त कर डॉक्टर बन गए हैं। इसलिए उन्हें होस्टेल तुरंत खाली कर उन्हें जिस सीएचसी और जिला-तहसील स्तर के अस्पताल में सेवा के लिए ऊंचे वेतन के साथ आदेश दिया गया है, वहां तुरंत हाजिर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की बोन्ड नीति स्पष्ट है, जिसमें स्नातक एवं अनुस्नातक विद्यार्थियों को प्रवेशके दौरान की गई बोन्ड की शर्तों के मुताबिक एक या तीन साल ग्रामीण क्षेत्र में सेवा करना अनिवार्य है।

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