राम मंदिर का भूमि पूजन ‘ऐतिहासिक और भावनात्मक’ आयोजन, जो आमंत्रित वही आये -योगी

अयोध्या, उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा है कि अयोध्या में भूमि पूजन को ‘एतिहासिक और भावनात्मक’ आयोजन होने जा रहा है। इस दौरान कोविड 19 के नियमो का पूरी तरह से पालन किया जायेंगा और जो आमंत्रित होंगे वहीं यहां आयें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को अयोध्या के दौरे पर पहुंचे। वह वहां पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भूमि पूजन कार्यक्रम में आगमन की तैयारियों का जायजा लेने आये थे। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल एतिहासिक है बल्कि एक भावनात्मक क्षण है क्योंकि पांच सौ साल बाद राम मंदिर का काम आरंभ होने जा रहा है। यह नवभारत का निर्माण होगा। इस आयोजन के दौरान कोविड 19 के नियमों का पालन किया जायेगा। मैं अपील करता हूं केवल जो लोग आमंत्रित है वह ही अयोध्या आयें, बाकी लोग अपने-अपने स्थानों पर रहें। उन्होंने कहा कि चार और पांच अगस्त को हम लोग दीये जलायें, मंदिरों को सजायें, दीपोत्सव मनायें और रामायण का पाठ करते हुये उन लोगो को याद करें जिन्होंने मंदिर के लिये अपने प्राणों की आहुति दी। उन्होंने कहा कि तैयारियों में किसी तरह की कमी नही रहने दी जायेंगी और मैं तैयारियों की समीक्षा करने ही आज यहां आया हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री देश के 135 करोड़ लोगो का नेतृत्व कर रहे है। इसलिये हर एक को अपने घर और आश्रम में रहना चाहियें ताकि कार्यक्रम का सफल आयोजन हो सकें। अयोध्या आने के इच्छुक भक्तों को आश्वस्त करते हुये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना महामारी खत्म होने के बाद एक ऐसा कार्यक्रम बनाया जायेंगा जिससे हर जिले के लोग यहां आ सकें।
दोपहर बाद अयोध्या पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भूमि पूजन स्थल का निरीक्षण किया। वह हनुमानगढी भी गये वहां उन्होंने पूजा अर्चना की और तैयारियों की बाबत अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये। उन्होंने वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों से आयोजन स्थल के बारे में तैयारियों के बारे में विस्तार से जानकारी ली। विदित हो कि मुख्यमंत्री को रविवार को अयोध्या जाना था लेकिन उप्र की कैबिनेट मंत्री कमला रानी वरूण के निधन के कारण उन्होंने अपना दौरा रदद कर दिया था।

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