भोपाल, भोज मेट्रो के लिए तीन टर्मिनल एमपी नगर, गोविंदपुरा और पुराने शहर में बनाए जाएंगे। यहां पावर सब स्टेशन, यूटीलिटी, पार्किंग व मेट्रो से जुड़े अन्य काम किए जाएंगे। मप्र मेट्रो रेल कंपनी ने इसके लिए जिला प्रशासन से तीनों जगह चार-चार एकड़ जमीन मांगी है। शहर में पहले चरण में मेट्रो के दो रूट एस से करोंद चौराहा और रत्नागिरी चौराहा से डिपो चौराहा तक बनाए जाना हैं। शुरुआत एस से करोंद तक के रूट के आधे हिस्से से की गई है। फिलहाल एस से सुभाष नगर तक के हिस्से में सवा छह किमी लंबा जमीन से ऊपर एलिवेटेड रूट बनाया जा रहा है। इस पर 277 करोड़ रुपए खर्च होगा। इसकी जिमेदारी दिलीप बिल्डकॉन को दी गई है। निर्माण के लिए ढाई साल की समय सीमा तय की गई है। कंपनी ने पिछले साल नवंबर में काम शुरू कर दिया था।
डिपो के लिए स्टड फार्म की जमीन उलझी डीपीआर में मेट्रो का डिपो जिंसी में स्टड फार्म की जमीन पर प्रस्तावित किया गया है। प्रशासन और रेल कंपनी के अफसर कई बार इसका मुआयना कर चुके हैं। बताया जा रहा है जमीन में पेंच फंसा हुआ है। मालिकाना हक को लेकर विवाद की बात कही जा रही है। इसके अलावा वहां एक तालाब भी बना लिया गया है। अफसर इसको लेकर नाराजगी जता चुके हैं।
संबंधित पर कार्रवाई के निर्देश दिए पर अब तक कुछ नहीं किया गया। वहीं मेट्रो का पहला रूट बनाने में भी दिक्कत आ रही है। इसकी जद में साकेत नगर और सुभाष नगर के पास 300 से ज्यादा झुग्गियां हैं। इनके विस्थापन के बाद ही काम शुरू हो पाएगा। रेल कंपनी को इनकी शिटिंग के लिए जमीन मुहैया कराने और झुग्गियां खाली कराने के लिए प्रशासन की मदद लेना पड़ रही है। यह कवायद काफी समय से चल रही है। इससे मेट्रो रूट निर्माण की प्रगति प्रभावित हो रही है।