दीवार फांद कर घर में घुसे सीबीआई अफसरों ने पी चिदंबरम को गिरफ्तार किया

नई दिल्ली, यूपीए सरकार के समय वित्त और रक्षा मंत्री जैसे पदों को सुशोभित करने वाले कांग्रेस के नेता पी. चिदंबरम को अंततः सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया. लगभग 27 घंटे से भूमिगत हुए चिदंबरम ने कांग्रेस कार्यालय में पहुंचकर प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया और उसके बाद वह सीधे अपने निवास के लिए निकल गए .निवास पहुंचकर चिदंबरम अपने कक्ष में चले गए और उनके निवास के मुख्य द्वार को बंद कर दिया गया.’
चिदंबरम के पहुंचने के चंद मिनट के भीतर ही सीबीआई की टीम दीवार फांद कर उनके घर के अंदर पहुंच गई. प्रवर्तन निदेशालय की टीम भी वहां पहुंची थी. सुरक्षा की दृष्टि से सीआरपीएफ और दिल्ली पुलिस के जवानों की तैनाती चिदंबरम के निवास के आस-पास कर दी गई थी. इसके बाद लगभग 34 मिनट तक चिदंबरम और सीबीआई अधिकारियों के बीच बातचीत होती रही, अंततः चिदंबरम को एक सफेद गाड़ी में बिठाकर गिरफ्तार करके सीबीआई के दफ्तर ले जाया गया.
इस दौरान कांग्रेस के कार्यकर्ता उनके घर के बाहर जमा हो गए. यहां बीजेपी के कुछ कार्यकर्ता पहुंचे थे, जिन्हें कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पीट कर भगा दिया. कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की पुलिस से भी झड़प हुई. कुछ कार्यकर्ता चिदंबरम को ले जाने वाली गाड़ी को रोकने का प्रयास करने लगे. कुछ उनकी कार के आगे भी बैठ गए। चिदंबरम ने अपनी गिरफ्तारी को एक बड़ा मीडिया इवेंट बनाया और उनकी गिरफ्तारी का ड्रामा लगभग 1 घंटे तक चला.
चिदंबरम पर गिरफ्तारी की तलवार तो उसी दिन लटक गई थी जब दिल्ली हाईकोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका को यह कहते हुए ठुकरा दिया था कि वह आईएनएक्स मीडिया मामले में मुख्य आरोपी हैं. इसके बाद चिदंबरम अपना फोन बंद करके भूमिगत हो गए. बुधवार को जब सुप्रीम कोर्ट में उनकी जमानत याचिका पर त्वरित सुनवाई की मांग की गई उस वक्त उनकी याचिका में कुछ कमी मिलने पर सुनवाई का दिन शुक्रवार तय कर दिया गया. इस बीच सीबीआई ने उनको अरेस्ट करने की पूरी तैयारी कर रखी थी.
इससे पहले आईएनएक्स मीडिया केस में दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा अग्रिम जमानत से इंकार के 27 घंटे बाद प्रकट हुए पी चिदंबरम ने बुधवार शाम करीब सवा 8 बजे कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। चिदंबरम ने कहा कि आईएनएक्स मीडिया केस में उन्हें या उनके परिवार के किसी सदस्य को आरोपी नहीं बनाया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले करीब 24 घंटे से वे कानून से भाग नहीं रहे थे, अपने वकीलों के साथ कानूनी मदद पर मंथन कर रहे थे। चिदंबरम ने कहा कि मुझे और मेरे बेटे को फंसाया जा रहा है।
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस उन्हें बचाने की हर संभव कोशिश में लगी रही। इस बीच, सीबीआई ने चिदंबरम के खिलाफ एक और लुकआउट नोटिस जारी किया।
इससे पहले चिंदबरम की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस रमन्ना ने मामले में सवाल किए लेकिन कोई भी राहत नहीं दी। अब शुक्रवार को कांग्रेस नेता के वकील एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट का रुख करेंगे। चिदंबरम की तरफ से राहत के लिए जो याचिका लगाई गई थी उसमें कुछ खामियां मिली हैं और सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री इसे कोर्ट के सामने मेंशन करने के लिए क्लियर नहीं कर पा रही है। चिदंबरम की तरफ से कपिल सिब्बल इस मामले में राहत की याचिका लेकर सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठतम जज के पास पहुंचे थे लेकिन उन्होंने इस मामले में कोई भी आदेश देने से इनकार कर दिया और मामले को चीफ जस्टिस के पास भेज दिया।
कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठतम जज रमन्ना के सामने याचिका लगाते हुए अपील की कि उन्हें हाईकोर्ट से वक्त नहीं दिया गया ऐसे में उन्हें थोड़ी मोहलत दी जाए लेकिन जस्टिस रमन्ना ने कोई भी आदेश देने से इनकार कर दिया। सिब्बल अपील करते रहे कि इस मामले में फिलहाल गिरफ्तारी पर ही रोक लगा दी जाए, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।
वहीं दूसरी तरफ प्रवर्तन निदेशालय ने अब चिदंबरम के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने के साथ ही सुप्रीम कोर्ट में केविएट भी दाखिल की है कि चिदंबरम की याचिका पर कोई भी फैसला सुनाने से पहले प्रवर्तन निदेशालय का पक्ष भी सुना जाए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *