तोगड़िया और वीएचपी में सिरफुटब्बल, वणीकर भवन के हक की लड़ाई सड़क पर आई

अहमदाबाद,डॉक्टर प्रवीण तोगड़िया के अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद और विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के बीच एक बार फिर से लड़ाई शुरू हो गई है। इस बार विवाद की जड़ है अहमदाबाद के पालडी इलाके में स्थित वणीकर भवन का मालिकाना हक। वणीकर भवन 70 के दशक से वीएचपी का कार्यालय रहा है। इस भवन पर वीएचपी के कार्यकर्ताओं ने कब्जा जमा लिया। विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और आरएसएस के कार्यकर्ताओं ने अहमदाबाद के वणीकर भवन जो कि पहले वीएचपी का दफ्तर था, वहां एंट्री को लेकर ऑफिस को खाली करवाने कि कोशिश की गई। वीएचपी कार्यकर्ताओं और डॉक्टर तोगड़िया के समर्थकों के बीच जमकर हंगामा हुआ। हंगामा बढ़ने के बाद पुलिस को बीच-बचाव के लिए बुलाना पड़ा।
इस घटना की खबर मिलते ही तोगड़िया ने ट्वीट किया, उन्होंने कहा कि हमारी एएचपी गुजरात अहमदाबाद ऑफिस पर गुंडों को साथ लेकर गुजरात पुलिस ने हमला किया है। कोर्ट से हमें उस ऑफिस पर हक मिला है, ये कोर्ट को भी नहीं मानते। मेरा रूम और बाकी के ताले तोड़कर हमारा सामान, मेरे भगवान की मूर्तियां सड़क पर फेंकी हैं। एक समय तोगड़िया यहीं विश्व हिन्दू परिषद का संचालन किया करते थे, लेकिन 2018 में परिषद के रिश्ता खराब होने और उससे अलग होने के बाद वणीकर भवन किसका है, विवाद बना हुआ है। लेकिन शनिवार को दोनों गुटों के कार्यकर्ताओं के बीच भवन पर कब्जा के लिए झड़प हो गई। तोगड़िया ने वीएचपी से निकाले जाने के बाद अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद (एएचपी) नामक संगठन का गठन किया था।
वणीकर भवन जहां कभी वीएचपी का दफ्तर हुआ करता था, वह भवन एक ट्रस्ट की प्रॉपर्टी है। वीएचपी से हटाए जाने के बाद भी प्रवीण तोगड़िया इसी ऑफिस में रहते थे। हालांकि इस ट्रस्ट ने तोगड़िया को यह अपनी अनुमति दी थी कि वो यहां इसी ऑफिस में रह सकते हैं। लेकिन शनिवार को वीएचपी के कार्यकर्ता न सिर्फ ऑफिस के अंदर जबरन घुस गए बल्कि उन्होंने ऑफिस में तोड़फोड़ भी की।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *