मेहसाणा, ऊंझा से कांग्रेस विधायक डॉ. आशा पटेल के इस्तीफे से पार्टी कार्यकर्ताओं में आक्रोश भड़क उठा. गुस्साए कार्यकर्ताओं ने आशा पटेल के कार्यालय में तोड़फोड़ की और उनका पुतला फूंका. पुलिस ने 10 से 12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
पिछले काफी समय से कांग्रेस से नाराज चल रही विधायक डॉ. आशा पटेल ने शुक्रवार को विधानसभा समेत पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. आशा पटेल के इस्तीफे से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में आक्रोश भड़क उठा. शनिवार की रात आशा पटेल के कार्यालय में कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ की और बाद में उनका पुतला जलाकर विरोध व्यक्त किया. घटना की खबर मिलते ही पुलिस काफिला घटनास्थल पर पहुंच गया. आशा पटेल का पुतला फूंकने वाले संजय सोमाभाई पटेल, अरविंद अमृतलाल पटेल समेत 10 से 12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्यवाही शुरू की है. बता दें कि विधानसभा और कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने वाली आशा पटेल ने कांग्रेस को भेजे पत्र में कहा है कि राहुल गांधी का नेतृत्व निष्फल साबित हुआ है. जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सवर्णों को 10 प्रतिशत आरक्षण दिया है.आशा पटेल ने यह भी कहा कि कांग्रेस जाति-धर्म के आधार पर लोगों को लड़ाने में यकीन करती है.
दूसरी ओर पाटण से कांग्रेस विधायक डॉ. किरीट पटेल ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह कांग्रेस के संनिष्ठ नेताओं को साम, दाम, दंड, भेद की नीति अपनाकर कांग्रेस को तोड़ने का प्रयास कर रही है. जो एक राजनीतिक दल के लिए काफी शर्मनाक है. हांलाकि एक-दो नेताओं के चले जाने से कांग्रेस को कोई फर्क नहीं पड़ेगा.