कांग्रेस से 37000 वोट ज्यादा मिलने के बाद भी संख्या में पिछड़ी भाजपा

भोपाल,मध्य प्रदेश विधानसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को पॉइंट 0.1 फ़ीसदी ज्यादा वोट मिले। उसके बाद भी वह आंकड़ों में कांग्रेस से पिछड़ गई। भारतीय जनता पार्टी के 13 मंत्री चुनाव में हार गए। यह चुनाव भारतीय जनता पार्टी के लिए काफी नुकसानदेह साबित हुआ।
कांग्रेस को मध्य प्रदेश विधानसभा के चुनाव में 114 सीटों पर जीत प्राप्त हुई। कांग्रेस को 41 फ़ीसदी वोट प्राप्त हुए वहीं भाजपा को 41.1 फ़ीसदी वोट प्राप्त हुए और उसे कुल 109 सीटों पर जीत मिली। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जब इस्तीफा देने के लिए राजभवन गए तब उनके चेहरे पर और उनकी बातों में यह 30 स्पष्ट रूप से देखने को मिली।
13 मंत्री हारे
शिवराज मंत्रिमंडल के 13 मंत्री इस चुनाव में हार गए हैं। हारने वाले मंत्रियों में जयंत मलैया उमाशंकर गुप्ता दीपक जोशी जयभान सिंह पवैया रुस्तम सिंह लाल सिंह आर्य अंतर सिंह आर्य ओम प्रकाश धुर्वे अर्चना चिटनिस नारायण सिंह कुशवाहा बालकृष्ण पाटीदार शरद जैन और ललिता यादव शामिल हैं।
बागियों के कारण हारी भाजपा
भाजपा के भाग बागी उम्मीदवारों के कारण भारतीय जनता पार्टी को भिंड दमोह बमोरी पथरिया महेश्वर सीटों में हार का सामना करना पड़ा वहीं कांग्रे स्कोर झाबुआ और महिदपुर में अच्छा खासा नुकसान हुआ।
छोटी और बड़ी जीत
इंदौर 2 से भाजपा के रमेश मेंदोला ने सबसे ज्यादा वोटों से जीतने का रिकॉर्ड बनाया है। उन्हें 71011 वोट प्राप्त हुए हैं वहीं ग्वालियर दक्षिण से कांग्रेस के उम्मीदवार प्रवीण पाठक ने 121 वोटों से जीत दर्ज कराई है। यह 230 विधानसभा क्षेत्रों में सबसे कम वोटों से जीती गई सीट है।
58999 वोटों से हारे अरुण यादव
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की बुधनी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव 58999 वोटों से हार गए यह माना जा रहा था कि वह शिवराज सिंह चौहान को कड़ी टक्कर दे रहे हैं लेकिन चुनाव परिणाम से कड़ी टक्कर वाली बात कही सामने नहीं आई।

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