धर्मशाला,श्रीलंका ने पहले ही एकदिवसीय क्रिकेट मुकाबले में टीम इंडिया को सात विकेट से हराकर नंबर एक पर पहुंचने के उसके प्रयासों को करारा झटका दिया है। मैच में श्रीलंका की टीम ने गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों ही क्षेत्रों में टीम इंडिया को पीछे छोड़ दिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया पूरे ओवर भी नहीं खेल पाई और 38 ओवर और दो गेंदों में 112 रनों पर ही आउट हो गयी। महेन्द्र सिंह धोनी (65) के अलावा कोई भी बल्लेबाज लंकाई गेंदबाजों के सामने टिक नहीं पाया। इसके बाद जीत के लिए जरुरी 113 रनों के छोटे से लक्ष्य का पीछा कर रही श्रीलंकाई टीम ने केवल 20.4 ओवर में तीन विकेट खोकर इसे हासिल कर लिया। श्रीलंका की तरफ से उपुल थरंगा ने सबसे ज़्यादा 49 रन बनाए, 46 गेंदों की पारी में उन्होंने 10 चौके लगाये। वहीं एंजेलो मैथ्यूज ने नाबाद 25 और निरोशन डिक्वैला ने भी नाबाद 26 रनों की पारी खेली। इस मैच में चार विकेट लेकर भारतीय बल्लेबाजी को ढहाने वाले श्रीलंकाई तेज गेंदबाज सुरंगा लकमल को मैन ऑफ द मैच का इनाम दिया गया है।
वहीं पहली बार कप्तानी कर रहे भारत के रोहित शर्मा टॉस हारने के बाद मैच भी हार गये। श्रीलंका के कप्तान परेरा ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। भारतीय टीम की शुरुआत बेहद खराब रही और उसने 29 रन तक पहुंचते-पहुंचते ही सात विकेट खो दिये। ऐसा लग रहा था कि टीम 50 रन भी शायद ही बना पाये पर इसके बाद धोनी ने विपरीत हालातों में 65 रन की पारी खेलकर टीम को उसके अब तक के सबसे कम स्कोर 54 के नीचे जाने से बचाया। धोनी की बदौलत ही टीम इंडिया 100 रन के पार पहुंचने में सफल रही लेकिन श्रीलंका ने यह लक्ष्य महज तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया। इस जीत के साथ श्रीलंका ने तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है। टेस्ट सीरीज हारी श्रीलंका के लिए एक जीत मनोबल बढ़ाने वाली होगी।
श्रीलंकाई टीम की शुरुआत ठीक रही। भारत की ओर से पहला ओवर भुवनेश्वर कुमार ने किया जिसमें 2 रन बने। जसप्रीत बुमराह की ओर से फेंके गए पारी के दूसरे ओवर में एक रन बना। टीम इंडिया को पहली सफलता पारी के चौथे ओवर में जसप्रीत बुमराह ने डी. गुणतिलके (1) को विकेट के पीछे कैच कराकर दिलाई। इसके बाद भुवनेश्वर कुमार ने लाहिरु थिरिमाने (0) को बोल्ड करके टीम इंडिया को दूसरी कामयाबी दिला। पांच ओवर के बाद श्रीलंका का स्कोर एक विकेट पर 12 रन और 10 ओवर के बाद दो विकेट पर 42 रन था। उपुल थरंगा अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे लेकिन वे एक रन से अर्धशतक नहीं बना पाये और 49 रनों पर आउट हो गये। हार्दिक पंड्या की गेंद पर उनका कैच शिखर धवन ने पकड़ा।
इससे पहले श्रीलंका ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी के लिए बुलाया। भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। पहला विकेट शून्य पर ही शिखर धवन का गिरा। धवन (0) को इस ओवर की आखिरी गेंद पर एंजेलो मैथ्यूज ने एलबीडब्ल्यू किया। टीवी अम्पायर ने यह फैसला गेंदबाज के पक्ष में दिया।तीसरे ओवर में कप्तान रोहित ने भारतीय टीम का खाता खोला, इस ओवर में 2 रन बने। पारी के 5वें ओवर में रोहित (2) भी आउट हो गए। उन्हें सुरंगा लकमल ने विकेट के पीछे निरोशन डिकवेला से कैच कराया। पहले 5 ओवर में ही दो विकेट गिरते गये। पांच ओवर के बाद टीम का स्कोर दो विकेट पर दो रन था। पारी के छठे ओवर में पदर्पण करने वाले श्रेयास अय्यर ने चौका लगाकर अपना खाता खोला। शुरुआती पांच ओवर में ही दो विकेट गिरने के कारण भारत की रन गति बेहद धीमी थी। वापसी करने वाले विकेट दिनेश कार्तिक शून्य पर ही पेवेलियन लौट गये। सुरंगा लकमल ने एलबीडब्ल्यू किया। 10 ओवर के बाद टीम इंडिया का स्कोर तीन विकेट खोकर 11 रन था।चौथे विकेट के रूप में जल्द ही मनीष पांडे (2)के आउट होने से भारतीय टीम गहरे संकट में फंस गई। अय्यर भी नौ रन बनाकर आउट हो गये। उन्हें तेज गेंदबाज नुवान प्रदीप ने बोल्ड किया। 15 ओवर के बाद भारतीय टीम के खाते में महज 27 रन थे और पांच विकेट आउट हो चुके थे।
मैच में भारतीय विकेट एक के बाद एक गिरते जा रहे थे। ऐसे में हार्दिक पंड्या ने दो चौके लगाकर दबाव हटाने का प्रयास किया लेकिन वे भी ज्यादा देर नहीं टिके और 10 रन (10 गेंद, दो चौके) बनाकर नुवान प्रदीप की गेंद पर मैथ्यूज को कैच दे बैठे। 28 रन पर छह विकेट गंवाने के बाद ऐसा लग रहा था कि टीम इंडिया अपने न्यूनतम स्कोर 54 रन को भी पार नहीं कर पाएगी। जल्द ही भुवनेश्वर कुमार (0)भी सातवें विकेट के रूप में पेवेलियन लौट गए। वे लकमल के चौथे शिकार बने।20 ओवर के बाद भारतीय टीम के खाते में केवल 29 रन थे और सात बल्लेबाज पेवेलियन लौट चुके थे। धोनी और कुलदीप ने साझेदारी कर टीम को संभाला। कुलदीप आठवें विकेट के रूप में 19 रन बनाने के बाद आउट हुए। उन्हें स्पिनर अकिला धनंजय ने विकेटकीपर डिकवेला से स्टंप कराया। धोनी का अच्छा साथ देने के बाद बुमराह (0) आउट हुए. उन्हें सचित पातिराना ने बोल्ड किया। 9 विकेट गिरने के बाद धोनी ने जबर्दस्त बल्लेबाजी करते हुए दो छक्के और कुछ चौके जमाए। उनका अर्धशतक 78 गेंदों पर आठ चौकों और एक छक्के की मदद से पूरा हुआ था। धोनी (65 रन, 87 गेंद, 10 चौके, दो छक्के) आखिरी विकेट के रूप में थिसारा परेरा की गेंद पर गुणतिलका द्वारा कैच किए गए। यह उनकी पारी का ही कमाल था कि टीम इंडिया तिहरी रनसंख्या तक पहुंच पाई। वहीं श्रीलंका की ओर से लकमल ने चार और नुवान प्रदीप ने दो विकेट लिए।