मेरठ,भारतीय जनता पार्टी हिंदी अनुवाद वाली कुरान शरीफ आम मुसलमानों में बांटेगी। पार्टी का मानना है कि अरबी में होने के कारण बड़े पैमाने पर कुरान का असल मतलब आम मुसलमान नहीं समझ पा रहा। हिंदी को ज्यादातर लोग पढ़े हुए हैं, इसलिए कुरान के अनुवाद को पढ़कर सही जानकारी इस मुद्दे पर हासिल कर सकेंगे।
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के पश्चिमी यूपी के मंत्री कदीम आलम का कहना है कि तलाक-ए-बिद्दत यानी तीन तलाक, हलाला, बहुविवाह आदि को लेकर मुसलमानों में बड़ी तादाद में आधी-अधूरी जानकारी है। मौलाना और दूसरे दीनी मामलों से जुड़े लोग जो बता देते हैं उस पर यकीन कर लेते हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा चाहती है कि कुरान में दी गई जानकारी सही तरीके से आम मुसलमान को मिले ताकि वह गुमराह न हो। तीन तलाक को लेकर अभी तक मजहब और कानूनी तौर पर आई जानकारी में साफ हो गया है कि कुरान में एक साथ तीन तलाक को सही नहीं माना गया है। फिर भी सिर्फ तीन तलाक बोल देने से शौहर-बीवी के रिश्ते टूट रहे हैं।
कदीम आलम के मुताबिक इसकी एक वजह यह है कि कुरान अरबी में लिखी है। उसको हमारे देश में मुसलमान सिर्फ पढ़ते हैं, उसका मतलब ज्यादातर नहीं जानते। हालांकि कुरान का तर्जुमा (अनुवाद) उर्दू में भी है, लेकिन उर्दू अनुवाद वाले कुरान शरीफ को भी कम ही लोग पढ़ पाते हैं, क्योंकि नई पीढ़ी इंग्लिश और हिंदी ज्यादा पढ़ी है। इसलिए हिंदी अनुवाद वाले कुरान शरीफ को ज्यादा लोग पढ़ सकते हैं।