भोपाल, मेडिकल की पीजी कक्षा में प्रवेश के लिए अब इन सर्विस कोटा के उन लोगों को ही बोनस अंक मिलेगा,जो ग्रामीण क्षेत्रों में सेवा दे रहे हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में विशेषज्ञ डाक्टरों की कमी को दूर करना संभव होगा। यानि बोनस अंक पीएचसी,सीएचसी और सब हेल्थ सेंटर पर काम करने वाले लोगों को ही मिलेंगे। जबकि जिला अस्पताल या मेडिकल कॉलेज में सेवा पर नहीं दिए जायेगे। राज्य के चिकित्सा शिक्षा विभाग ने पुराने नियम बदलते हुए नवीकृत नियम पर इसी शिक्षा सत्र से इसे लागू किया है। नए नियम के मुताबिक पीजी डिग्री हासिल हो जाने के बाद अगले पांच साल भी उन्हें ग्रामीण क्षेत्र में ही सेवा देना होगी। दरअसल, राज्य के सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेज में इन सर्विस कोटा की 300 सीट हैं,सरकार की मंशा है कि इन सभी पर ग्रामीण इलाकों में सेवा दे रहे डाक्टरों को ही प्रवेश का मौका मिले। हालंकि कट ऑफ मार्क्स का नियम नहीं बदला गया है जिसे पहले के ही समान तीसरे राउंड की काउंसिलिंग के बाद ही कम किया जायेगा।