अनलॉक की गाइडलाइन आई, आटा चक्की -कृषि से संबंधित दुकानें खुलेंगी, दफ्तरों में 25 प्रतिशत तक आ सकेंगे कर्मचारी

भोपाल, 5 फीसदी से कम संक्रमण दर लाने का मुख्यमंत्री ने जो लक्ष्य दिया है उसके चलते भोपाल में हफ्तेभर का और सख्त लॉकडाउन घोषित कर दिया है। अब 1 जून से जो छूट दी जाएगी उसकी गाइडलाइन शासन ने भिजवाई है, जिसमें फल, सब्जी के अलावा आटा चक्की, पशु आहार, कंट्रोल दुकानों के अलावा खाद, बीज व कृषि से संबंधित दुकानों को खोला जाएगा। सभी सरकारी अधिकारियों की 100 प्रतिशत उपस्थिति रहेगी, तो दफ्तरों में 25 फीसदी ही कर्मचारी बुलाए जाएंगे। पंजीयन विभाग पूरी तरह से खुला रहेगा। कालोनियों-मोहल्लों की दुकानें भी खुल सकेंगी। निर्माण संबंधी गतिविधियां भी कोविड प्रोटोकाल का पालन करवाते हुए की जा सकेंगी।
5 जिलों में सोमवार से कफ्र्यू-लॉकडाउन में छूट दी गई है और उसमें भी शासन की गाइडलाइन के मुताबिक ही संबंधित कलेक्टरों ने आदेश जारी किए हैं। भोपाल में ही 1 जून से कई गतिविधियों को खोला जाएगा। अपर सचिव गृह डॉ. राजेश राजोरा ने इस संबंध में संबंधित कलेक्टरों को गाइडलाइन भिजवाई है, जिसमें आवश्यक सेवाओं से जुड़ी दुकानें, जिनमें दवा की दुकान, फल-सब्जी, दूध के अलावा आटा चक्की, पशु आहार, कंट्रोल दुकानें, खाद-बीज के अलावा सर्विस सेक्टर और निर्माण से संबंधित दुकानों को भी खोला जा सकेगा। कालोनियों में जो स्टैंड अलॉन दुकानें हैं वे भी खुल सकेंगी और ई-कॉमर्स से संबंधित गतिविधियों को भी अनुमति मिलेगी।
ग्रामीण क्षेत्रों में सभी आवश्यक सेवाएं होंगी चालू
कलेक्टरों को भेजी गई गाइडलाइन के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में भी दुकानें खोलने के साथ ही सभी आवश्यक सेवाओं से जुड़ी गतिविधियां मान्य रहेंगी। सभी सरकारी दफ्तरों को भी खोला जाएगा, जहां पर 100 प्रतिशत अधिकारियों की उपस्थिति अनिवार्य रहेगी। वहीं कर्मचारियों को अवश्य 25 फीसदी तक ही बुलाया जाएगा। पंजीयन कार्यालय अभी भी खुले रखे गए हैं, ताकि शासन को स्टाम्प ड्यूटी के रूप में राजस्व मिल सके। यह भी उल्लेखनीय है कि सभी जिलों में संक्रमण की दर घटाकर 5 फीसदी या उससे कम लाई जाना है, जिसके चलते भोपाल में भी लॉकडाउन में सख्ती की गई और दी गई कई छूट को भी समाप्त कर दिया गया।
निर्माण गतिविधियों के साथ मजदूर चौक भी खुलेंगे
अभी बड़ी संख्या में मजदूरों का पलायन फिर से हो गया, क्योंकि निर्माण सहित अन्य गतिविधियां भी प्रतिबंधित कर दी गईं। भोपाल में बड़ी संख्या में निर्माण गतिविधियां चलती हैं, जिनमें निगम, प्राधिकरण, लोक निर्माण विभाग के अलावा निजी बिल्डर, कालोनाइजरों के भी प्रोजेक्ट हैं, जो अभी प्रतिबंध के चलते ठप पड़े हैं। लेकिन 1 जून से निर्माण से संबंधित गतिविधियों और मजदूर चौक को भी खोला जाएगा।

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