नई दिल्ली,कोरोना महामारी के बीच ही इथोपियाई धावकों ने दिल्ली हाफ मैराथन के 16वें संस्करण में दोनो खिताब जीत लिये हैं। हाफ मैराथन में इथोपिया के एमदेवर्क वालेलेगन ने पुरुष वर्ग का खिताब जीता जबकि इथोपिया की यालेमजर्फ येहुआलाव ने महिला वर्ग में दूसरा सबसे तेज समय निकलते हुए जीत दर्ज की। दोनों विजेताओं को 27-27 हजार डॉलर की पुरस्कार राशि मिली है। येहुआलाव ने 64 मिनट 46 सेकेंड में दौड़ पूरी की जो इस हाफ मैराथन के इतिहास में दूसरा सबसे तेज समय है। महिला वर्ग में केन्या को दूसरा और इथोपिया को तीसरा स्थान मिला। वहीं पुरुष वर्ग में वालेलेगन ने दो बार के चैंपियन और हमवतन धावक एंडमलाक बेलिहू को बेहद मामूली अंतर से हराकर पहला स्थान हासिल किया। वालेलेगन ने 58 मिनट 53 सेकेंड में दौड़ पूरी की जबकि बेलिहू ने 58 मिनट 54 सेकेंड का समय लिया। पुरुष वर्ग में इथोपिया को दूसरा और यूगांडा को तीसरा स्थान मिला। वालेलेगन को भी 27 हजार डॉलर की पुरस्कार राशि मिली।
इस बार लगभग 50 धावकों ने दौड़ में हिस्सा लिया। विश्व से करीब 13500 लोगों ने अपने स्थानों पर रहकर इस मैराथन 2020 में हिस्सा लिया। इसमें तीन वर्ग में दौड़ हुई जिसमें हॉफ मैराथन (21.097 किमी), ओपन 10के (10 किमी) और ग्रेट दिल्ली रन (पांच किमी) शामिल थी। एलीट धावकों ने नेहरू स्टेडियम से रेस दौड़ी जबकि दुनिया भर में हजारों धावक दिल्ली हाफ मैराथन के विशेष मोबाइल एप के जरिए इस दौड़ से जुड़े।
भारतीयों में शीर्ष पर रहे साबले
टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके अविनाश साबले ने दिल्ली हाफ मैराथन में भारतीय शीर्ष धावकों में एक मिनट 30 सेकेंड के समय से राष्ट्रीय रिकार्ड तोड़ा। वह सभी भारतीयों में काफी आगे रहे और ओवरआल 10वें स्थान पर रहे। पिछले साल विश्व एथलेटिक्स चेम्पियनशिप के दौरान 3000 स्टीपलचेज में टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके 26 वर्षीय साबले इस तरह पहले भारतीय बन गए जिसने हाफ मैराथन 61 मिनट से कम समय में पूरी की हो। साबले का प्रदर्शन इतना शानदार था कि वह अपने भारतीय प्रतिद्वंद्वियों से काफी आगे रहे।
श्रीनू बुगाथा दूसरे स्थान पर रहे जिन्होंने 1:04:16 का समय निकाला जबकि दुर्गा बहादुर बुद्धा 1:04:19 के समय से तीसरे स्थान पर रहे। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) के अधिकारिक रिकार्ड के अनुसार पूर्व राष्ट्रीय हाफ मैराथन रिकार्ड 1:03:46 के समय से महाराष्ट्रीय के कालीदास हिरावे के नाम पर था।