गौतमबुद्ध नगर में शिशु की मौत के मामले ने तूल पकड़ा, दो सदस्यों की समिति कर रही जांच

लखनऊ, उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में डॉक्टरों की कथित लापरवाही के चलते एक नवजात बच्चे की मौत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने दो डॉक्टरों के नेतृत्व में एक समिति बनाकर इसकी जांच शुरू कर दी है। जिला सूचना अधिकारी राकेश चौहान ने बताया कि मंगलवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि समुचित स्वास्थ्य सेवाएं व एम्बुलेंस नहीं मिलने पर उसके नवजात बच्चे की मृत्यु हो गई। उन्होंने बताया कि उक्त वीडियो को गंभीरता से लेते हुए गौतमबुद्ध नगर जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दीपक ओहरी ने मामले की जांच के लिए अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुनील दोहरे तथा अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी संजीव मांगलिक के नेतृत्व में दो सदस्यी समिति बनाई है। चौहान ने बताया कि जांच के दौरान पता चला है कि 25 मई की रात को ग्रेटर नोएडा के सेक्टर -36 में रहने वाली रेखा कृष्णा लाइफ लाइन अस्पताल स्वर्ण नगरी में प्रसव के लिए भर्ती हुई थी। लगभग 9:30 बजे उन्होंने बच्चे को जन्म दिया। बच्चे की हालत ठीक ना होने की वजह से बच्चे को इलाज के लिए रात 10 बजे ग्रीन सिटी हॉस्पिटल डेल्टा वन,ग्रेटर नोएडा में भर्ती कराया गया।
उन्होंने बताया कि वहां बच्चे को दो घंटे रखने के पश्चात बच्चे को वेंटिलेटर पर रखा गया। तत्पश्चात अस्पताल द्वारा बच्चे को किसी अन्य चिकित्सालय में ले जाने के लिए कहा गया। चौहान ने बताया कि अस्पताल द्वारा प्रथमदृष्टया निम्न तीन बिंदुओं पर चूक की गई। पहली वेंटिलेटेर पर रखे मरीज (शिशु) को एम्बुलेंस की सुविधा नहीं दी गई। दूसरी मरीज के साथ किसी भी स्वास्थ्य कर्मी को नहीं भेजा गया। तीसरी मरीज को रेफरल स्लिप नहीं दी गई। उन्होंने बताया कि रोगी के पिता द्वारा 108 एंबुलेंस बुलाई गई, और सही रेफरल ना होने के कारण पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दादरी में बच्चे को दिखाया गया। समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर बाल रोग विशेषज्ञ ना होने कारण नवजात बच्चे को सुपर स्पेशलिटी बाल चिकित्सालय एवं पोस्ट ग्रेजुएट शिक्षण संस्थान सेक्टर-30 नोएडा भेजा गया। जहां बच्चे के अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई।

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