जबलपुर,एक तरफ शहर में कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है दूसरी तरफ स्वास्थ्य मुहकमे की घोर लापरवाही भी सामने आ रही है। रविवार शाम एनआईआरटीएच ने जिन 21 संदिग्धों की रिपोर्ट जारी की उनमें एक केस पॉजिटिव मिला है। यह मरीज कोरोना वायरस की चपेट में पहले ही आ चुके आभूषण विक्रेता की दुकान का 53 वर्षीय सेल्समैन है। जो सरस्वती कॉलोनी अधारताल सुहागी में रहता है। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के मुताबिक इनका टेस्ट लेने के बाद इन्हें अस्पताल में ही आईसोलेटेड करने के बजाए, चिकित्सकीय स्टाफ ने घर भेज दिया था। रिपोर्ट सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम उसके घर पहुंची और मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया। इधर, रविवार तक जबलपुर में कोरोना वायरस के 100 से ज्यादा संदिग्धों को होम कोरोन्टाइन कराया जा चुका है। विदेश से शहर लौटे संदिग्धों अथवा पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए लोगों की तलाश में स्वास्थ्य विभाग की टीम जुटी हुई है।
सुखसागर मेडिकल कॉलेज में रखे गए संदिग्ध
कोरोना वायरस संदिग्धों को शहर की बसाहट से दूर सुखसागर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रखने का निर्णय रविवार को लिया गया। जिसके बाद रात में विक्टोरिया के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती 22 संदिग्ध मरीजों को वहां शिफ्ट किया गया। मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में 5 पॉजिटिव मरीजों को भर्ती रखा गया है। सुखसागर मेडिकल कॉलेज में 300 पलंग की व्यवस्था की गई है। यहां संदिग्धों को हॉस्पिटल क्वारंटाइन भी कराया जा सकेगा। यहां भर्ती होने वालों की सुविधा के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा भोजन की व्यवस्था की गई है। वार्डों में एलईडी भी लगाई जा रही है।
21 में से 20 की रिपोर्ट नेगेटिव, फिर होगी जांच
इधर, रविवार को विक्टोरिया अस्पताल से 22 संदिग्धों के सैंपल जांच के लिए एनआईआरटीएच भेजे गए थे। देर शाम आई रिपोर्ट में 21 में कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं मिला। रिपोर्ट सामने आने के बाद 21 संदिग्धों ने घर जाने की जिद की, लेकिन उन्हें रोक दिया गया। सभी को सुखसागर मेडिकल कॉलेज भेजा गया, जहां दोबारा थ्रोट स्वाब के नमूने लेकर एनआईआरटीएच में जांच के लिए भेजे जाएंगे।
बरगी में पकड़ा, बेलबाग में हंगामा किया
इधर, कोरोना वायरस के 5 मरीज सामने आने के बाद समूचे जिले में हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई है। विभाग द्वारा बनाए गए कंट्रोल रूम के फोन की घंटी हर समय घनघना रही है। शहर के नागरिक अपने इर्द-गिर्द रहने वाले उन लोगों की सूचना दे रहे हैं जो विदेश से लौटे हैं। रविवार रात बरगी के नागरिकों ने विदेश से लौटे एक ग्रामीण को पकड़ लिया और कंट्रोल रूम को सूचना दी। उस संदिग्ध को विक्टोरिया पहुंचाने के लिए ग्रामीणों ने 108 एंबुलेंस को फोन लगाया। चालक ने कोरोना संदिग्ध को एंबुलेंस में बैठाने से मना कर दिया। इधर, रात में ही कुछ लोग बेलबाग थाना घेरने पहुंच गए थे। उन्होंने पुलिस को बताया कि विदेश से लौटे दो लोगों के कारण क्षेत्र में दहशत है, उन्हें विक्टोरिया में भर्ती किया जाए। पुलिस से मिली सूचना के बाद स्वास्थ्य विभाग का अमला मौके पर पहुंचा।
आभूषण व्यवसाई की मौत की अफवाह
सोशल मीडिया में सोमवार सुबह से अफवाहों का बाजार गर्माया की कोरोना संक्रमित आभूषण व्यवसायी की मौत हो गई है। लोग तब तक अफवाहों को वायरल करते रहे जब तक की आभूषण व्यवसायी ने स्वयं का वीडियो जारी नहीं कर दिया। जिला प्रशासन द्वारा इस गंभीर बीमारी के विषय में अफवाहों से सावधान रहने के सख्त निर्देशों का असर भी अफवाह बाजों पर नहीं दिखाई दे रहा है।
पांचवे संक्रमित का उपचार प्रारंभ
आभूषण विक्रेता का सेल्समैन कोरोना वायरस से संक्रमित मिला है। उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। सैंपल लेने के बाद सेल्समैन को घर भेज दिया गया था। सैंपल लेने के बाद संदिग्ध को घर या अस्पताल में क्वारंटाइन कराया जा सकता है। इसलिए उसे घर भेजा गया था। रिपोर्ट मिलने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
– डॉ. मनीष मिश्रा, सीएमएचओ