इंदौर, देश की राजधानी दिल्ली के बाद अब मध्यप्रदेश में भी हनुमान चालीसा की सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के बीच मतभेद की ख़बरों के बाद इंदौर से भारतीय जनता पार्टी विधायक रमेश मेंदोला ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में रमेश मेंदोला ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को हनुमान चालीसा पढ़ने की सलाह दी है। पत्र में भाजपा विधायक रमेश मेंदोला ने लिखा है कि वचनपत्र की याद दिलाने पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मीडिया के माध्यम से सार्वजनिक तौर आपके साथ जो व्यवहार किया वो दुःखद और पीड़ादायी है। इससे आपकी पीड़ा का अंदाज़ा लगाया जा सकता है। इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय के संकल्प से हनुमान जी की अष्टधातु की मूर्ति स्थापित की जा रही है। मेंदोला ने कहा कि हनुमान जी की मूर्ति के समक्ष बैठकर सुंदरकांड या हनुमान चालीसा का पाठ आपको अपनी पार्टी से मिली चुनौती को पूरा करने और आपकी पार्टी में आपके साथ हो रहे अन्याय से लड़ने और जीतने की शक्ति देगा।’
भाजपा विधायक ने पत्र में आगे लिखा है कि ‘हनुमान जी को कलयुग का जागृत देव माना जाता है। हनुमान जी सबके संकट और पीड़ा हर लेते हैं। हनुमान चालीसा भी यही कहती है संकट कटे मिटे सब पीरा जो सुमिरे हनुमत बलबीरा। ‘भाजपा विधायक ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को टैग करते हुए इसे बकायदा ट्वीट भी किया है।
हाल ही में वचनपत्र में अतिथि शिक्षकों से किए गए वचन को लेकर सिंधिया ने जब उनके साथ सड़क पर उतरने का ऐलान किया था तो मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दो टूक कहा था ‘वो उतर जाएं।’ इसके साथ ही दोनों के बीच चली आ रही मतभेद की खबरों को और बल मिल गया था।