बीजिंग, चीन में एक नए विषाणु कोरोना के संक्रमण से अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है। शीर्ष नेताओं ने अधिकारियों को चेतावनी दी है कि वे ऐसे मामलों को दबाने की कोशिश नहीं करें, वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) इस खतरनाक बीमारी से लड़ाई के लिए इसे अंतरराष्ट्रीय जन स्वास्थ्य आपदा घोषित करने पर विचार कर रहा है। सरकार द्वारा इस बीमारी पर काबू पाने की कोशिशों के बीच इससे प्रभावित लोगों की संख्या बढ़कर करीब 440 हो गई है। सरकार एक करोड़ 20 लाख की आबादी वाले वुहान शहर से लोगों की आवाजाही पर नजर रख रही है। वुहान में ही कोरोना विषाणु का पहला मामला दिसंबर में सामने आया था। इस बीमारी को लेकर डब्ल्यूएचओ ने आपातकालीन बैठक बुलाई है, जिसमें इसे अंतरराष्ट्रीय लोक स्वास्थ्य आपदा घोषित करने पर विचार किया जाएगा, जैसा कि उसने स्वाइन फ्लू और इबोला के समय किया था।
अगर ऐसी घोषणा की जाती है, तो इसे लेकर अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया में समन्वय का तत्काल आह्वान किया जाएगा क्योंकि 24 जनवरी से शुरू हो रहे चीनी नव वर्ष और वसंत उत्सव की छुट्टियों के दौरान लाखों चीनी स्वदेश या अपने देश से दूसरे देश की यात्रा करेंगे। इन लोगों की यात्रा से बीमारी के प्रसार का जोखिम कई गुना बढ़ जाएगा। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि उन्हें नहीं पता कि यह वायरस कितना खतरनाक है और कैसे फैल रहा है। इस बीच, जिस तेजी से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़ रही है, उसके बाद से सभी देश इस बीमारी से पीड़ित लोगों की पहचान की कोशिशें तेज कर दी है। मंगलवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इस बात पर चर्चा की कि क्या इसे वैश्विक आपातकाल घोषित कर दिया जाए। इस बीच, रूस ने चीन से लगती अपनी सीमा पर सख्ती बढ़ा दी है जबकि, अमेरिकी ने अपने हवाईअड्डों पर चीन से आने वाले लोगों की जांच के लिए चेक पॉइंट्स बनाए हैं। कोरोना वायरस आमतौर पर जानवरों में पाया जाता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि कई बार जानवरों से इसका प्रसार इंसानों में भी हो जाता है। इस वायरस से ग्रसित होने पर श्वास संबंधी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। इसके लिए कोई खास इलाज का इजाद नहीं हो पाया है। कई बार बीमारी के लक्षण खुद-ब-खुद खत्म हो जाते हैं।
अमेरिका में सामने आया पहला मरीज
चीन में कोरोना वायरस का संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है। चीन में इससे प्रभावित होकर नौ लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 440 से अधिक लोग इस समय गंभीर रूप से बीमार हैं। चीन के वुहान शहर से आगे बढ़ता हुए यह वायरस अब अमेरिका तक जा पहुंचा है। अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को कोरोना वायरस के संक्रमण के पहले मामले की जानकारी दी है। संघीय एवं राज्य अधिकारियों ने बताया पीड़ित की उम्र 30 से 35 साल है और वह वुहान से अमेरिका आया है। हालांकि वह वुहान के सीफूड बाजार में नहीं गया था, जो कि वायरस संक्रमण का केंद्र बना हुआ है। उन्होंने बताया कि व्यक्ति गंभीर स्थिति में नहीं है, उसे एहतियातन अस्पताल में भर्ती किया गया है।
भारत में भी अलर्ट
भारत इस मामले में पहले ही यात्रा परामर्श जारी कर चुका है। इस वायरस के मद्देनजर भारत में भी केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की एडवाइजरी के बाद नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सभी हवाईअड्डों पर चीन से आने वाले यात्रियों की गहन जांच करने के निर्देश दिए हैं। कोरोना वायरस की स्क्रीनिंग के लिए सभी हवाईअड्डों को तुरंत लॉजिस्टिक सपोर्ट की व्यवस्था करने को कहा गया है, जिन यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है, उसमें हांगकांग से भारत पहुंचने वाले यात्री भी शामिल हैं।
कोरोना संक्रमण के लक्षण
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, विषाणुओं के परिवार से संबंधित कोरोना वायरस का संबंध सी-फूड से है। इस वायरस के कारण मरीजों में आमतौर पर जुखाम, खांसी, गले में दर्द, सांस लेने में दिक्कत, बुखार जैसे शुरुआती लक्षण देखे जाते हैं। इसके बाद ये लक्षण न्यूमोनिया में बदल जाते हैं और किडनी को नुकसान पहुंचाते हैं। इस वायरस से निजात पाने के लिए अब तक कोई वैक्सीन नहीं बनी है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, यह श्वसन तंत्र से जुड़ी बीमारी है। कोरोना वायरस विषाणुओं के परिवार का है। यह वायरस ऊंट, बिल्ली या चमगादड़ सहित कई पशुओं में भी प्रवेश कर रहा है।