मप्र में अतिथि विद्वानों को इसी माह 20-25 तक हो जाएंगे कॉलेज अलाट

भोपाल,राज्य विधानसभा में आज उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने जानकारी दी कि राजधानी में लंबे समय से आंदोलनरत अतिथि विद्वानों के लिए च्वाइस फिलिंग की प्रक्रिया चल रही है। यह 20 जनवरी से 25 जनवरी तक संपन्न हो जाएगी। इस प्रक्रिया के बाद जो शेष बचेंगे उनके के बारे में भी सरकार विचार करेगी। अतिथि विद्वानों की नियमितिकरण की मांग को लेकर उन्होंने कहा कि इसके लिए कर्मचारी आयोग का गठन किया गया है, वह इस विषय पर काम कर रहा है। सरकार के जवाब से असंतुष्ठ विपक्ष नेता गोपाल भार्गव सहित अन्य सदस्यों ने यह कहते हुए सदन से बहिर्गमन कर दिया कि मंत्री जी गोलमोल जवाब दे रहे हैं। सटीक जानकारी नहीं दी जा रही है।विपक्ष का आरोप था कि 15 साल से अध्यापन का कार्य कर रहे अतिथि विद्वानों को बाहर किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र में भी अतिथि विद्वानों को नियमित करने का वादा किया गया है, अब सरकार अपने वादे से मुकर रही है। यह कहते हुए विपक्षी सदस्यों ने सदन से वाकआउट कर दिया। इससे पहले श्री पटवारी ने सदन को अवगत कराया कि पिछले एक साल से सभी विधायकों द्वारा अतिथि विद्वानों को रेगुलर प्रोफेसर नियुक्त करने की मांग की जा रही थी। उन्होंने बताया कि गुणवत्तायुक्त प्रोफेसर मिले इसलिए हमारी सरकार ने 30 साल बाद पीएससी के माध्यम से भर्ती करवाने का साहस पूर्ण निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि तीस से पीएससी के माध्यम से भर्ती नहीं हुई थी, हमारी सरकार ने इतने सालों बाद पीएससी चयनित उम्मीदवारों को भर्ती करने का निर्णय लिया है।

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