जामुन का चूर्ण है गुणकारी, डायबीटीज की रोकथाम में है बेहद उपयोगी

नई दिल्ली, डायबीटीज के रोगियों को जामुन का सेवन करना तो फायदेमंद होता है ले‎किन जामुन की गुठली भी उनके ‎लिए बहुत ही लाभप्रद होती है। वैसे तो जामुन से तैयार अलग-अलग तरह के प्रोडक्ट्स भी मार्केट में आने लगे लेकिन अगर आप सीजन में जामुन का फल खाएं और बाकी समय में जामुन की गुठली का चूर्ण उपयोग करें तो डायबीटीज की रोकथाम में काफी मदद मिल सकती है। ले‎किन डॉक्टर या वैद्य की सलाह के बाद ही जामुन के चूर्ण का सेवन करें तो आपकके ‎लिए अच्छा रहेगा। विशेषज्ञों ने कई अलग-अलग अध्ययनों में इस बात को पाया कि जामुन की गुठली के चूर्ण का सेवन करने से फास्टिंग शुगर में कमी आती है। इसका कारण होते हैं जामुन में पाए जाने वाले जंबोसिस और जंबोलिन तत्व। इन तत्वों की खूबी यह होती है कि ये खाने के साथ बॉडी में गए स्टार्च को शुगर में परिवर्तित होने की प्रक्रिया को बेहद धमा कर देते हैं। ऐसे में ब्लड शुगर की मात्रा अचानक नहीं बढ़ पाती है और मरीजों को राहत मिली रहती है।
आप चाहें तो इसे खुद भी घर में तैयार कर सकते हैं। इसके लिए जामुन की गुठलियों को छाया में 10 से 15 दिन तक सुखाएं और फिर इनका छिलका उतारकर इन्हें पीसकर स्टोर कर लें। जामुन के गूदे को आप खा सकते हैं या इसका शेक बना सकते हैं। इसके उपयोग के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ता है अगर आप किसी भी तरह की सर्जरी करा चुके हैं या कराने की तैयारी कर रहे हैं तो इसके चूर्ण का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से अवश्य सलाह लें। प्रेग्नेंट महिलाओं को भी गाइनी के परामर्श के बाद ही इस चूर्ण का सेवन करना चाहिए। अन्यथा नहीं करना चाहिए। सिर्फ बीमारी होने पर ही नहीं बीमारी की रोकथाम के लिए भी आप औषधि की तरह इस चूर्ण का उपयोग कर सकते हैं, लेकिन किसी वैद्य की सलाह के बाद ही ऐसा करें।

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