भोपाल, विधानसभा में आज प्रश्नोत्तरकाल के दौरान विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने प्रश्नकर्ता सदस्य को आश्वस्त किया वे एक-दो नर्सिंग होम के नाम बताए जो नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे संख्या बताने से काम नहीं चलेगा आप स्पेसिक नाम बताएं, कार्रवाई हम करवाएंगे। अध्यक्ष के दो टूक शब्द सुनते ही सदस्य शांत हो गए। इससे पहले विधायक देवेंद्र वर्मा ने खंडवा नगरीय क्षेत्र से संचालित नर्सिंग होम से हो रही दिक्कतों का हवाला देते हुए कहा था कि ये घनी बस्तियों को बीच में संचालित हो रहे हैं, इससे स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड रहा है। इसके अलावा उन्होंने सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों और नर्सिंग होमों की मिलीभगत के आरोप लगाते हुए कहा कि सरकारी अस्पतालों में सुविधाएं होने के बावजूद मरीजों को निजी नर्सिंग होंमों में मरीजों को रैफर कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि सीटी स्केन और अन्य सुविधाएं 15 से 20 दिनों तक जबरन बंद कर दी जाती है इससे मरीज निजी नर्सिंग होम में जाने को विवश होते हैं। उन्होनें निजी नर्सिंग होम में सरकारी डॉक्टरों द्वारा प्रेक्टिस करने की बात भी कही। सदस्य ने सभी नर्सिंग की जांच कर कार्रवाई करने की मांग की।प्रश्न के उत्तर में लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा की सदस्य के मूलभूत प्रश्न में यह प्रश्न अलग है। इसके बावजूद उन्होंने सदस्य को भ्ररोसा दिलाया कि वे मामले की पूरी जांच करवाकर कार्रवाई करेंगे। उन्होंने जानकारी दी कि खंडवा में कुल 15 नर्सिंग होम है जिनमें से साथ घनी आबादी में है। उन्होंने ने भी सदस्य से नियम विरुदध कार्य करने वाले नर्सिंग होम का नाम बताने को कहा ताकि उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सके।