नई दिल्ली, भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि 75 साल से अधिक उम्र के लोगों को लोकसभा चुनाव का टिकट न देना उनकी पार्टी का फैसला है। इसकी वजह से पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे नेता चुनाव मैदान में नहीं उतर पाए है। शाह ने कहा कि वह संसद में आने के लिए लोगों से सीधा जनादेश चाहते है और इसलिए उन्होंने आम चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। हालांकि, उन्होंने उन अटकलों को ज्यादा तवज्जों नहीं दी जिनमें कहा गया है कि यदि केंद्र की सत्ता में भाजपा की वापसी होती है तो वह सरकार में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस दावे का कोई आधार नहीं है क्योंकि राज्यसभा सदस्य होने पर भी कोई मंत्री बन सकता है। पार्टी के बुजुर्ग नेताओं को टिकट न दिए जाने के सवाल पर कहा, केवल मीडिया ही इस मुद्दे को आगे बढ़ा रहा है।