भोपाल, मध्यप्रदेश में जीरो फ़ीसदी कृषि ऋण में अरबों रुपए का ब्याज घोटाला हुआ है। इसमें बड़े-बड़े नेताओं, अधिकारियों और बड़े-बड़े जमीदारों ने बैंक से 0 फ़ीसदी ब्याज पर कर्ज़ लेकर उसे बाजार में डेढ़ से 3 फ़ीसदी तक की दर पर चला कर लाखों रुपए की कमाई की। वहीं नियत तारीख पर 1 दिन के लिए पैसा जमा करके फिर बैंक से कर्ज़ लेकर पिछले कई वर्षों से 0 फ़ीसदी ब्याज पर कृषि ऋण को कमाई का जरिया बना लिया था। इस योजना में अरबों रुपए के घोटाले हुए हैं। अपात्र लोगों ने बैंकों से ऋण लिए हैं।
सरकार को कर्ज माफी के आवेदन के बाद जो जानकारी मिली है। उसके अनुसार एक ही व्यक्ति ने 5-5 बैंकों से कर्ज़ लेकर सुनियोजित रूप से एक ही आधार कार्ड पर लाखों रुपए का लोन लेकर घोटाला किया है। ग्वालियर, भिंड, रीवा, कटनी, सागर में इस तरीके के दर्जनों मामले सामने आए हैं। जिसमें एक ही व्यक्ति ने सहकारी बैंक, नेशनल बैंक और निजी बैंकों से कर्ज़ लेकर 0 फ़ीसदी बयाज के नाम पर सरकारी खजाने को जमकर चपत लगाई हैं। फसल ऋण मुक्ति योजना में अब यह गड़बड़ी खुलकर सामने आ रही है।
वर्तमान सरकार इस मामले की गंभीरता से जांच करा रही हैं। जांच के बाद इस तरह की की जो भी मामले पकड़ में आएंगे, उनके ऊपर सख्त कार्यवाही किए जाने की बात कृषि मंत्री सचिन यादव ने कही है। सचिन यादव का कहना है कि नेताओं की सांठगांठ से फर्जी लोन लेकर करोड़ों रुपए के घोटाले का पर्दाफाश हुआ है । सरकार इसकी गंभीरता से जांच कर रही है।