नई दिल्ली, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, समाजसेवी दिवंगत नानाजी देशमुख और गायक-गीतकार-संगीतकार व फिल्मकार दिवंगत भूपेन हजारिका को भारत रत्न देने की घोषणा की गई है। बतौर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल खत्म होने के बाद प्रणब मुखर्जी राष्ट्रपति भवन से विदाई दे दी गई थी। इस मौके पर उन्होंने देशवासियों को संबोधित करने के दौरान उन्होंने कहा- गुड बाय टू पार्लियामेंट। मुखर्जी ने कहा, ‘मैं लोगों के सहयोग से आभिभूत हूं और देशवासियों का सदैव ऋणी रहूंगा।’ उन्होंने कहा, ‘पिछले 50 सालों के सार्वजनिक जीवन में मेरा ग्रंथ संविधान रहा, संसद मंदिर रहा और लोगों की सेवा ही मेरा जुनून रहा।’ पिछले साल 7 जून, 2018 को प्रणब मुखर्जी ने मुख्य अतिथि के तौर पर नागपुर के संघ हेडक्वार्टर में जाकर सियासी गलियारों में तूफान मचा दिया था।इधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपने निस्वार्थ कार्यों से देश की विकास यात्रा में मजबूत छाप छोड़ी है। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न दिये जाने की घोषणा पर खुशी जताते हुए ट्विटर पर लिखा, ‘‘प्रणब दा हमारे समय के उत्कृष्ट राजनेता हैं। उन्होंने दशकों तक देश की निस्वार्थ और अथक सेवा की है और देश की विकास यात्रा पर मजबूत छाप छोड़ी है। उनकी बुद्धिमत्ता और मेधा के सानी बहुत कम लोग होंगे। प्रसन्नता है कि उन्हें भारत रत्न देने की घोषणा की गयी है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि हजारिका के गीत और संगीत को हर पीढ़ी के लोग पसंद करते हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘उनसे न्याय, सौहार्द और भाइचारे का संदेश प्रसारित होता है। उन्होंने दुनियाभर में भारतीय संगीत परंपराओं को लोकप्रिय कराया। खुश हूं कि भूपेन दा को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा।’’ मोदी ने कहा कि देश में ग्रामीण विकास के क्षेत्र में देशमुख का उत्कृष्ट योगदान गांवों में रहने वाले लोगों को सशक्त करने का नया प्रतिमान दर्शाता है। उन्होंने कहा, ‘‘वह सही मायने में भारत रत्न हैं।’’
ज्ञात रहे कि शुक्रवार को भारतीय जनसंघ के नेता रहे दिवंगत नानाजी देशमुख, गायक भूपेन हजारिका और पूर्व राष्ट्रपति मुखर्जी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा शुक्रवार को की गयी है। देखमुख और हजारिका को मरणोपरांत सम्मानित किया जाएगा।