नई दिल्ली,पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणामों का जो रुझान प्राप्त हुआ है उसमें डाक मत पत्रों और प्रथम राउंड की गिनती में सत्ता विरोधी लहर स्पष्ट रूप से देखने को मिल रही है राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस स्पष्ट बहुमत से आगे पहुंच गई है। वहीं मध्य प्रदेश के रुझान में कांग्रेस को बहुमत का जादुई आंकड़ा मिल रहा है।मध्य प्रदेश की 230 सीटों में से 230 सीटों के रुझान प्राप्त हुए हैं। उनमें 99 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी और 116 सीटों पर कांग्रेस आगे चल रही है। अन्य15 सीटों पर आगे चल रही हैं।
छत्तीसगढ़ में 90 सीटों मैं 86 सीटों के रुझान प्राप्त हो चुके हैं इनमें 54 सीटों पर कांग्रेस आगे चल रही है।भारतीय जनता पार्टी 24 सीटों पर आगे हैं। अन्य 8 सीटों पर आगे चल रहे हैं।यहां पर बसपा और जोगी के गठबंधन से कांग्रेस के स्थान पर भाजपा को नुकसान होता हुआ दिख रहा है।
राजस्थान में 199 सीटों में से 185 सीटों का रुझान सामने आया है इसमें कांग्रेस 108 सीटों पर आगे चल रही है।भारतीय जनता पार्टी 76 सीटों पर आगे चल रही है। एक सीट पर आगे हैं।
तेलंगाना में टीआरएस जरूर अपनी सत्ता बचाए रखने में सफल होती दिख रही है। तेलंगाना की 119 सीटों में से 116 सीटों के रुझान प्राप्त हुए हैं ।उसमें तेलंगाना 85 सीटों पर आगे चल रही है।वहीं कांग्रेस गठबंधन 16 सीटों पर आगे चल रही है। भारतीय जनता पार्टी 4 सीटों पर अन्य 7 सीटों पर आगे चल रही हैं।
मिजोरम में कांग्रेस भी अपनी सत्ता खोती नजर आ रही है।मिजोरम के 40 सीटों में से 28 सीटों के रुझान सामने आए हैं। इसमें एनएनएफ 16 सीटों पर आगे चल रही है ।कांग्रेस 11 सीटों पर आगे है।अन्य एक सीट पर आगे चल रहा है।
मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी ।मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 15 सालों से भाजपा का शासन है।राजस्थान में 2003 में वसुंधरा राजे सिंधिया के नेतृत्व में भाजपा ने सरकार बनाई थी।किंतु 2008 के विधानसभा चुनाव में वसुंधरा राजे सिंधिया चुनाव हार गई थी, और यहां पर 2008 से 2013 के बीच कांग्रेस की सरकार रही।2013 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी चुनाव जीती,और वसुंधरा राजे सिंधिया के नेतृत्व में सरकार बनी थी। इन तीनों राज्यों में भारतीय जनता पार्टी के हाथ से सत्ता फिसल रही है। तेलंगाना में कांग्रेस को चंद्रबाबू नायडू के साथ गठबंधन करना महंगा पड़ रहा है ।तेलंगाना और आंध्र के विवाद में कांग्रेस को इसका खामियाजा तेलंगाना में भुगतना पड़ रहा है।
मिजोरम में कांग्रेस की सरकार थी। यहां पर भी शुरूआती 28 सीटों के जो रुझान प्राप्त हुए हैं ।उस में 16 सीटों में एनएनएफ आगे चल रही है।कांग्रेस 11 सीटों पर आगे है। एक सीट पर अन्य आगे चल रहा है।
चुनाव परिणामों के शुरुआती रुझान से स्पष्ट है कि तेलंगाना को छोड़कर शेष सभी 4 राज्यों में सत्ता विरोधी लहर देखने को मिल रही है। जिस तरह के रुझान सामने आए हैं।उससे स्पष्ट है कि यह शुरुआती परिणाम है।सत्ता के विरोध में जो लहर चल रही है।उसमें आगे चलकर परिणाम बड़ी तेजी के साथ बदल भी सकते हैं।