लखनऊ,बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा और पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने समाजवादी पार्टी (सपा) मुख्यालय में आयोजित जयप्रकाश नारायण की जयंती कार्यक्रम में कहा है कि देश के हालात इमरजेंसी से भी बदतर हैं।
शत्रुघ्न ने कहा कि ‘सत्ता सेवा का माध्यम है, मेवा का नहीं, अगर सच बोलना बगावत है तो मैं बागी हूं।’ उन्होंने कहा, ‘जुमलेबाजी और खोखला वायदा नहीं चलेगा। नोटबंदी का फैसला पार्टी का नहीं था, क्या इस बारे में पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी से पूछा गया था? क्या इस बारे में एमएम जोशी, अरुण शौरी, और यशवंत सिन्हा को कुछ भी मालूम था? अचानक नोटबंदी लागू कर दी गई और गरीबों के बारे में कुछ नहीं सोचा गया, नोटबंदी के बाद जीएसटी लागू कर व्यापारियों की कमर तोड़ दी गई। जीएसटी, पूजा के सामान, प्रसाद और लंगर पर भी लागू कर दी गई, लेकिन पेट्रोल डीजल को इससे दूर रखा गया।’
सिन्हा ने कहा कि देश राफेल डील के बारे में जवाब चाहता है। जनता राफेल डील के बारे में जानना चाहती है। आखिर कंपनी एचएल को क्यों हटाया गया और एक ऐसी कंपनी को यह सौदा क्यों दिया गया जो कि इसके बारे में जानती भी नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले यशवंत सिन्हा से अटल बिहारी वाजपेयी सरकार और वर्तमान की नरेंद्र मोदी सरकार के बीच तुलना करने को कहा गया था तो उन्होंने कहा था कि अटल सरकार में लोकतंत्र था और आज तानाशाही है। आज मैं कहता हूं कि ‘वन मैन शो’ है और दो आदमियों की सेना है, इस समय तो न ईमानदारी है और न ही पारदर्शिता।
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा अखिलेश यादव देश की राजनीति का उभरता हुआ सितारा है और आज उत्तर प्रदेश के सबसे मजबूत और मशहूर नेता हैं। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव के साथ मिलकर भविष्य की राजनीति पर चर्चा भी करेंगे। यशवंत सिन्हा ने कहा, ‘देश में मौजूदा हालात इमरजेंसी से भी बदतर हैं, सभी को एकजुट होकर लड़ना पड़ेगा। शत्रुघ्न और मैं देश भर में घूम कर लोगों को जागरूक कर रहे हैं, देश में लोकतंत्र खतरे में है अगर हम चेते नहीं तो देश का बहुत नुकसान होगा।’