नई दिल्ली,लोकसभा चुनाव से पूर्व कांग्रेस केन्द्र की मोदी सरकर के खिलाफ जमीन तैयार करने की तैयारी में जुट चुकी है। इसी कड़ी में सोमवार को कांग्रेस तेल की बढ़ती कीमतों के बहाने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोलने का बहाना मिल गया। पार्टी ने इस लेकर सोमवार को भारत बंद बुलाया। देशभर में हर रोज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है। एक ओर जहां पेट्रोल और डीजल की कीमत बढ़ रही है तो वहीं रुपये भी डॉलर के मुकाबले हर नए दिन के साथ निचले स्तर पर गिरता जा रहा है। 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव और उससे पहले 4 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस इस मुद्दे को हर हाल में भुनाना चाहती है। पार्टी ने इस लेकर सोमवार को भारत बंद भी बुलाया है। आज होने वाले बंद को लेकर कांग्रेस को अन्य विपक्षी दलों का भी साथ मिल रहा है। भारत बंद से पहले दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि इस बंद में 21 पार्टियां शामिल होंगी। बता दें कि लेफ्ट पार्टियां, डीएमके और एमएनएस ने पहले ही कांग्रेस के भारत बंद का समर्थन किया है। कांग्रेस के पूर्व सांसद अजय माकन ने कहा कि कांग्रेस ने सोमवार को भारत बंद बुलाया है। पार्टी ने बंद पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों और रुपये में गिरावट के खिलाफ बुलाया है। उन्होंने कहा कि बंद में किसी भी तरह की हिंसा नहीं होगी। माकन ने व्यापारियों से भी बंद को सफल बनाने की अपील की है।
मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए माकन ने कहा कि चार साल में पेट्रोल पर 211.7 प्रतिशत और डीजल पर 443 प्रतिशत एक्साइज ड्यूटी बढ़ी है। मई 2014 में पेट्रोल पर 9.2 रुपये एक्साइज लगता था और अब 19.48 रुपये लगता है। वहीं मई 2014 में डीजल पर 3.46 रुपये एक्साइज था, जबकि अब 15.33 रुपये लगता है। सरकार से मांग है कि पेट्रोल-डीजल को जीएसटी में लाए। ऐसा हुआ तो कीमतें 15-18 रुपये तक कम होंगी। इससे बाकी चीजों की मंहगाई भी कम होगी। सरकार ने पिछले चार साल में एक्साइज ड्यूटी से 11 लाख करोड़ रुपए कमाए हैं। डॉलर के मुकाबले रुपये के लगातार गिरने के बहाने भी माकन ने सरकर पर निशान लगाते हुए कहा कि रुपया लगातार गिर रहा है, पहले रुपया 60 पर पहुंचता था तो मोदी कहते थे कि रुपया आईसीयू में चला गया है।