अल्ट्रासाउंड उपचार से डिमेंशिया हो सकता है समाप्त

लंदन,बड़े-बुजुर्गों में देखी जाने वाली बीमारी डिमेंशिया एक मानसिक रोग है। इस बीमारी में मस्तिष्क तक रक्त प्रवाह नहीं हो पाता, जिससे कोशिकाओं को पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषण नहीं मिल पाता। इसकी वजह से सोचने, समझने और याद करने की क्षमता कमजोर हो जाती है। लेकिन हाल ही में हुए एक शोध में सामने आया है कि अल्ट्रासाउंड उपचार से इस बीमारी का उपचार किया जा सकता है। तोहोकू विश्वविद्यालय से शोध के प्रमुख लेखक डॉ शिमोकावा ने कहा कि यह चिकित्सा डिमेंशिया के गंभीर मरीजों को बिना किसी सर्जरी और एनेस्थिसिया के सही कर सकती है, साथ ही इसका कोई दुष्परिणाम भी नहीं है। शोधकर्ताओं ने चूहों के मस्तिष्क तक रक्त पहुंचने की प्रक्रिया को रोककर डिमेंशिया जैसी स्तिथि पैदा की। जिसके बाद इन चूहों पर दिन में तीन बार 20-20 मिनट के लिए अल्ट्रासाउंड की लो-इंटेंसिटी किरणों का इस्तेमाल किया गया। जिसके बाद तीन महीनों में 11 चूहों को इस समस्या से छुटकारा मिला। निष्कर्ष में सामने आया है कि अल्ट्रासाउंड की किरणें रक्त वाहिकाओं और तंत्रिकाओं के विकास से संबंधित जीन को सक्रिय करती हैं। यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के एक और शोध में ये बात सामने आई है कि डिमेंशिया का खतरा आर्थिक रूप से कमजोर लोगों में ज्यादा होता है। हालांकि इसके साथ उनकी जीवनशैली के बदलाव भी प्रासंगिक हैं।

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