पटना,राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कबीर, गुरु नानक और बाबा गोरखनाथ के एक साथ बैठ कर चर्चा करने संबंधी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान पर उनकी आलोचना की है। प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले दिनों मगहर में संत कबीर की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि यह वही भूमि है, जहां कभी नानक, कबीर और बाबा गोरखनाथ तीनों सत्संग किया करते थे।
राजद नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि यह दुख की बात है कि पीएम मोदी नहीं जानते कि तीनों आध्यात्मिक संत समकालीन नहीं थे। तिवारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मगहर में दिए गए मोदी के भाषण के वीडियो में उन्हें यह कहते हुए साफ सुना जा सकता है कि यह वही स्थान है जहां संत कबीर, गुरु नानक देव और संत गोरखनाथ साथ बैठकर आध्यात्मिकता पर चर्चा करते थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि यह कैसे मुमकिन है, जब गोरखनाथ का जन्म 11 वीं सदी में हुआ था, संत कबीर उनके जन्म के कम से कम चार सदी बाद पैदा हुए थे। गुरु नानक, संत कबीर से कुछ दशक छोटे हैं, लेकिन उनकी निकटता के बारे में न कोई ऐतिहासिक तथ्य हैं, न ही पौराणिक आख्यान हैं। उन्होंने कहा पीएम मोदी को कुछ भी बोलने से पहले उसकी ऐतिहासिकता की जांच जरूर कर लेनी चाहिए।