गुड़िया हत्याकांड के मामले में सीबीआई ने पेड़ काटने वाले को लिया हिरासत में

शिमला,पिछले साल चर्चा में आए शिमला के बहुचर्चित गुड़िया हत्याकांड और गैंगरेप मामले में एक नया मोड़ आ गया है। सीबीआई ने 25 साल के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो जंगलों में पेड़ काटने का काम करता है। आरोपी की पहचान अनिल उर्फ नीलू के रूप में की गई है। वह मूलतः मंडी जिला के बरोट का रहने वाला है। शिमला में पेड़ काटने का काम करता था। बीते दिन सीबीआई आरोपी को शिमला जिला के कोटखाई क्षेत्र में उस जंगल में लेकर गई, जहां पर 7 जुलाई 2017 को 16 साल की स्कूली छात्रा गुड़िया का शव बरामद हुआ था। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई ने घटना की जांच के दौरान कुछ लोगों से पूछताछ की थी जिन्हें शिमला पुलिस ने अपनी जांच में नजर अंदाज किया था। कुछ लोग मोबाइल लोकेशन के आधार पर पहचान हुई है। सीबीआई ने जब एक पेड़ काटने वाले मजदूर से पूछताछ की,तो मजदूर ने अनिल का नाम उगल दिया। इसके बाद सीबीआई ने समय रहते आरोपी अनिल को अपने हिरासत में ले लिया। जांच को भटकाने और सबूत मिटाने के आरोप में सीबीआई ने 8 अगस्त 2017 को हिमाचल पुलिस के आईजी सहित आठ पुलिस वालों को गिरफ्तार कर लिया था।
गौरतलब है सीबीआई ने शिमला पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपियों को मुजरिम नहीं माना था और अपनी जांच नए सिरे से शुरू की थी। इसके बाद ही पुलिसवाले गिरफ्तार किए गए थे। पुलिस पर 18 अगस्त की रात एक आरोपी सूरज को हिरासत में लेकर पीट-पीटकर मारने का आरोप है। सीबीआई इस केस में आठ बार स्टेटस रिपोर्ट पेश कर चुकी है। शिमला पुलिस ने 12 जुलाई 2017 को आशीष चौहान,राजेंद्र सिंह उर्फ राजू,सुभाष सिंह बिष्ट,लोकजन,सूरज सिंह और दीपक नामक आरोपियों को पकड़ा था। इन्हें बाद में कोर्ट ने सबूतों के अभाव के कारण जमानत दे दी थी। फिलहाल इस केस में नई कड़ियां जोड़ने से उम्मीद बंधी है कि जल्द ही गुड़िया के हत्यारों और गैंगरेप में शामिल लोगों के असली गुनाहगार जनता के सामने आ सकते हैं। बात दे कि कि पिछले साल 4 जुलाई को आरोपी राजेंद्र उर्फ राजू अपने दोस्त आशीष और सुभाष के साथ कहीं जा रहा था। उसने 10वीं में पढ़ने वाली गुड़िया को देखा और गाड़ी रोककर उस घर तक लिफ्ट देने की बात कही। गुड़िया इलाके में नई आई थी। राजू को जानती थी। वह अक्सर स्कूली बच्चों को ले जाता था,जिससे शक नहीं हुआ। पुलिस के मुताबिक, पीड़िता उनकी गाड़ी में बैठ गई। राजू और उसके दोस्त शराब के नशे में धुत थे। उन्होंने बीच जंगल में सामान उतारने का बहाना बनाते हुए गाड़ी रोक दी। मासूम के साथ गैंगरेप किया। अपने तीन साथियों को भी वहां बुला लिया। गुड़िया की बेरहमी से हत्या कर उसकी लाश को जंगल में फेंक दिया। गैंगरेप के दौरान हैवानियत की इंतेहा कर दी।

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