सेंट मोरित्ज,स्विट्जरलैंड के सेंट मोरित्ज में शाहिद अफरीदी रॉयल्स इलेवन ने सहवाग डायमंड्स इलेवन से आइस क्रिकेट सीरीज 2-0 से जीत ली। इस दौरान पूर्व पाकिस्तानी दिग्गज शाहिद अफरीदी ने कुछ ऐसा किया, जिसके बाद भारतीय क्रिकेट के प्रशंसक भी उनकी तारीफ करने से खुद को नहीं रोक पाए। शाहिद आफरीदी ने गलत तरीके से तिरंगा पकड़े फोटो खिंचाने के लिए पहुंची एक भारतीय प्रशंसक को झंडा ठीक से पकड़ने की नसीहत दी।
अफरीदी का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खू वायरल हो रहा है। दरअसल, यह आइस सीरीज अल्पाइन पर्वत श्रेणियों की जमी हुई सेंट मोरित्ज झील पर कृत्रिम रूप से तैयार की गई पिच पर खेली गई। कड़ाके की ठंड के बावजूद यहां पहुंचे दर्शकों में जबर्दस्त जोश देखने को मिला। इस दौरान अपने-अपने चहेते खिलाड़ियों के साथ सेल्फी लेने के अलावा उनके ऑटोग्राफ लेने का भी दौर चला। शाहिद अफरीदी भी दर्शकों से रू-ब-रू हुए। मजे की बात यह है कि न सिर्फ अफरीदी के पाकिस्तानी फैंस, बल्कि इंडियन फैंस भी उनसे मिलने को बेताब दिखे। अफरीदी भी खुद को नहीं रोक पाए उन्होंने बारी-बारी से प्रशंसकों के साथ तस्वीरें खिंचवाईं और ऑटोग्राफ दिए।
इस दौरान इंडियन फैंस तिरंगा लेकर खड़े दिखे। अफरीदी ने उनके साथ भी फोटो खिंचवाई, लेकिन उन्होंने जैसे ही तिरंगे की ओर नजर डाली, तो उसे पूरा खुला नहीं पाया। उन्होंने कहा ‘फ्लैग सीधा करो’ और इसके बाद ही फोटो खिंचवाई। तिरंगे के प्रति इस सम्मान के बाद सोशल मीडिया पर अफरीदी की खूब तारीफ हो रही है। शाहिद अफरीदी रॉयल्स इलेवन ने सहवाग डायमंड्स इलेवन को दूसरे मैच में 8 विकेट से हराया, जबकि पहले मैच में सहवाग की टीम अफरीदी की टीम से 6 विकेट से हार गई थी।
8 और 9 फरवरी को खेले गए मुकाबलों में शाहिद अफरीदी के अलावा उनकी टीम में शोएब अख्तर (पाकिस्तान), अब्दुल रज्जाक (पाकिस्तान), जैक कैलिस (दक्षिण अफ्रीका), ग्रीम स्मिथ (दक्षिण अफ्रीका), डेनियल वेटोरी (न्यूजीलैंड), नाथम मैक्कुलम (न्यूजीलैंड), ग्रांट इलियट (न्यूजीलैंड), मोंटी पनेसर (इंग्लैंड), ओवेस शाह (इंग्लैंड), मैट प्रायर (इंग्लैंड), एडेन एंड्रयूज (स्विटजरलैंड) शामिल थे।
वीरेंद्र सहवाग की टीम में जहीर खान (भारत), मोहम्मद कैफ (भारत), अजीत अगरकर (भारत), महेला जयवर्धने (श्रीलंका), लसिथ मलिंगा (श्रीलंका), तिलकरत्ने दिलशान (श्रीलंका), माइक हसी (ऑस्ट्रेलिया), एंड्रयू साइमंड्स (ऑस्ट्रेलिया), मिथुन मन्हास (भारत), रमेश पोवार (भारत), रोहन जैन (स्विटजरलैंड) शामिल थे।