बेइज्जती का बदला लेने 15 साल के स्कूली छात्र की हत्या उसके साथ पढ़ने वाले बच्चों ने ही पत्थर से सिर फोड़ कर की थी

झाबुआ,पत्थर से सर पर वार कर और बाद में सर कुचलकर 15 वर्षीय स्कूली बालक की हत्या करने वाला आरोपी मृतक छात्र का सहपाठी ही निकला. उसने अपने एक अन्य साथी के साथ इस हत्याकांड को अंजाम दिया था. घटना रविवार की शाम की है. किन्तु इसका खुलासा अब हुआ है . पुलिस ने हत्या के दोनों आरोपियों को आज गिरफ्तार कर लिया. दोनों ने पुलिस के समक्ष हत्या का जुर्म कबुल कर लिया है.
हत्या की सनसनीखेज वारदात के सम्बन्ध में एस डी ओ पुलिस झाबुआ आर सी भाकर एवं थाना प्रभारी झाबुआ आर सी भास्करे ने इस जघन्य हत्याकांड के बारे में बताया की कथोलिक मिशन स्कूल में पढने वाले पार्थ पिता चेतन शाह (15 वर्ष) हत्या का अभियुक्त पार्थ का दोस्त नरेश पिता प्रेमसिंग वसुनिया (15 वर्ष) निवासी किशनपुरी (झाबुआ) ही था. उसी ने एक अन्य साथी विजय पिता दरयावसिंग मकवाना (26 वर्ष) निवासी रातीतलाई (झाबुआ) के साथ मिलकर इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया था. पुलिस के अनुसार दोनों आरोपियों ने हत्या को अंजाम देना स्वीकार कर लिया. पुलिस के अनुसार आपसी रंजिश की कारण ही घटना को अंजाम दिया गया. जानकारी अनुसार मृतक पार्थ ने उसे बेइज्जत किया था और उसी का बदला लेने हेतु. वह पार्थ को देवझिरी के जंगल में ले गया था और वहा पत्थर से उसके सर पर वार कर दोनों आरोपियों ने उसके सर को कुचलकर उसकी हत्या कर दी और किसी को पता न लगे इस हेतु उसके शव को घनी झाड़ियो में फेंक दिया.
हत्या की सनसनी खेज वारदात में उल्लेखनीय है की नगर के विवेकानंद कॉलोनी निवासी १५ वर्षीय छात्र पार्थ पिता चेतन शाह अपने दोस्त के यहाँ पढने जाने का कहकर रविवार की शाम घर से निकला था. किन्तु देर रात तक वापस घर नहीं लोटने पर उसके पिता ने २२ जनवरी सोमवार को कोतवाली में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. पुलिस विभिन्न बिन्दुओ को ध्यान में रखकर जाँच कर रही थी मंगलवार की शाम नगर से सात कीमी दूर देवझिरी के जंगल में कुछ लोगो ने अज्ञात लाश होने की सुचना पुलिस को दी थी. तुरंत पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे थे. बाद में पता लगा की लाश गुमशुदा हुए छात्र पार्थ शाह की ही है.
पुलिस ने भारतीय दंड विधान की धारा ३०२ एवं ३६३ के तहत प्रकरण दर्ज कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने घटना स्थल से शराब की बोतल भी बरामद की.
डॉ उमेशचंद्र शर्मा
थांदला (झाबुआ)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *