मुंबई,मशहूर गीतकार जावेद अख्तर ने कहा है कि वह योग करते हैं। वह 72 साल के हैं, योग करते हैं और जिसे उनके योग करने पर फतवा जारी करना है, उसका स्वागत है। अकबर रोड का नाम बदले जाने के विवाद पर जावेद अख्तर ने कहा कि बिना अकबर के देश का इतिहास पूरा नहीं होता। अकबर बहुत बड़ा आदमी था। ऐसे समय में जब यूरोप में सेक्युलरिज्म को समझा जा रहा था, तब अकबर ऐसा शहंशाह था, जो उसका प्रयोग कर रहा था। जावेद अख्तर ने कहा कि मुगल काल में हिंदुस्तान दुनिया का सबसे अमीर देश था। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद राजनीतिक दल और नेता दोनों से बहुत बड़ा है। यह सब बातें उन्होंने एक समाचार चैनल के कार्यक्रम में कहीं। उन्होंने कहा कि यदि कोई नेता सोचता है कि वह देश से बड़ा है तो यह उसका मुगालता है। ताज महल के मुद्दे पर जावेद ने कहा कि ताजमहल भी मिस्र के पिरामिड की तरह आर्किटेक्चर का एक वंडर है। दिल्ली के आर्किटेक्चर पर मुगल काल की छाप है। उन्होंने कहा कि फिल्म को इतिहास और इतिहास को फिल्म समझने की भूल नहीं करनी चाहिए। जिस तरह इंसान को अपनी शोहरत, फेम, पावर पर घमंड नहीं करना चाहिए, उसी तरह हमें अपनी मुफलिसी और नाकामी के दिनों पर दुख नहीं करना चाहिए। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि जब मैं मुंबई आया था, तब 20 साल का भी नहीं था। स्टेशन पर उतरा तो मेरे साथ एक टीन था, जिसमें तीन जोड़ी कपड़े थे और एक जोड़ी पहने था। मेरे पास 27 पैसे थे। मेरे साथ लूट नहीं हुई, मेरा मर्डर नहीं हुआ, किसी बस के नीचे नहीं आया, बाकी सब मेरे साथ हुआ। सुबह खाने का इंतजाम हो जाता था तो शाम के बारे में सोचने लगता था। लेकिन ग्रांड टोटल यह है कि जिंदगी ने मुझ पर बड़ी मेहरबानी की और सब बुरे दिन कट गए।