जयपुर,जयपुर के पास नींदड़ बैनाड़ गांव में किसानो ने जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा अवाप्त की गई भूमि को निरस्त करने के लिए मार्मिक विरोध जताने के लिए अहिंसात्मक आंदोलन में स्वंय को खडृडे खोदकर उसमें समाधि लेने पर मजबूर किया है। ज्ञात रहे कि जयपुर विकास प्राधिकरण ने आवासीय कॉलोनी बनाने के लिए 18 गांव में आने वाली करीब 90 बीघा जमीन आवाप्त की थी, अवाप्ति निरस्त करने के लिए करीब पांच हजार लोगो ने जमीदोंज आंदोलन चला रखा है 15 दिन से चल रहे आंदोलन पर आंदोलन का नेतृत्व कर रहे नरेन्द्र का कहना है कि एक तरफ तो सरकार किसानों की बेहत्तरी के लिए डीगें हाक रही है तो दूसरी ओर बाप दाताओं की जमीन जिस पर हम गांव वालों का पालन पोषण निर्भर है आवासीय बनाने के लिए हरगिज नहीं देंगे इसके लिए चाहे मुझे इन गडडो में ही जीवन लीला समाप्त करनी पडे दूसरी ओर अभी तक सरकार का कोई नुमाइंदा धरना स्थल पर नहीं पहुंचा है पुलिस अधिकारी आंदोलन कर रहे लोगों से समझाइश जरूर कर रहे है।
किसानों का अनोखा आंदोलन, जमीन बचाने के लिए गडडे में खडे किसान
