स्वाइन फ्लू के 15 दिन में मिले सात मरीज,तीन मरीजों की हालत है गंभीर

भोपाल, राजधानी में करीब 15 दिन के भीतर स्वाइन फ्लू के सात मरीज मिल चुके हैं। तीन मरीजों की हालत गंभीर है। सभी वेंटिलेटर पर हैं। शहर में लगातार तीसरे दिन सोमवार को भी स्वाइन फ्लू का एक मरीज मिला है। मरीजों का अलग-अलग निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है, वहीं सरकारी अस्पताल में सिर्फ एक मरीज हमीदिया में भर्ती है। भोपाल में 15 दिन के भीतर 7 मरीज मिलने के बाद स्वाइन फ्लू को लेकर लोगों में डर है। जेपी अस्पताल की ओपीडी में हर दिन 60 से 70 स्वाइन फ्लू की ए कैटेगरी के मरीज पहुंच रहे हैं। इसी तरह से हमीदिया में हर दिन करीब 90 संदिग्ध इलाज के लिए आ रहे हैं। अलग-अलग अस्पतालों से सोमवार को छह संदिग्ध मरीजों के नमूने एम्स भोपाल भेजे गए हैं। इनकी जांच रिपोर्ट मंगलवार को आ जाएगी। हमीदिया में छह बेड का स्वाइन फ्लू वार्ड है, लेकिन मरीज यहां जाने की जगह निजी अस्पतालों जा रहे हैं। निजी अस्पतालों में वेंटिलेटर पर भर्ती मरीजों का एक दिन का इलाज का खर्च करीब 10 हजार रुपए आ रहा है।
हमीदिया अस्पताल के पल्मोनरी मेडिसीन विभाग के प्रमुख डॉ. लोकेन्द्र दवे ने कहा कि वार्ड तैयार है। स्वाइन फ्लू से प्रभावित एक महिला भर्ती भी है। उन्होंने बताया इस समय का तापमान स्वाइन फ्लू के वायरस के अनुकूल है। पिछले सालों में लगभग आधे मरीज हमीदिया, जेपी व अन्य सरकारी अस्पताल में व आधे निजी अस्पतालों में जाते थे। इस साल जेपी अस्पताल में अभी तक स्वाइन फ्लू वार्ड नहीं बना है। यहां से गंभीर मरीजों को हमीदिया रेफर कर दिया जाता है। इस बारे में सीएमएचओ भोपाल डॉ. सुधीर जेसानी का कहना है कि अस्पतालों में भर्ती करने की सुविधा है। निजी अस्पतालों को भी अलर्ट कर दिया गया है कि स्वाइन फ्लू का संदिग्ध मरीज मिले तो जांच कराने में देरी न करें। गर्भवती महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों और डायबिटीज के मरीजों को विशेष सावधान रहने की जरूरत है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *