मुंबई, महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस सरकार के एक और मंत्री घोटाले में घिर गए हैं। राज्य के पूर्व राजस्व मंत्री एकनाथ खडसे के इस्तीफे के बाद गृह निर्माण मंत्री प्रकाश मेहता ऐसे दूसरे मंत्री हैं जिन पर इस्तीफे का दबाव बना है। मुख्यमंत्री ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए हैं। मूल रूप से गुजरात के निवासी मेहता भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। मेहता पर आरोप है कि उन्होंने एक झोपड़पट्टी पुनर्विकास परियोजना (एसआरए) में 800 करोड़ रुपये का घोटाला किया है।
मेहता को लेकर विपक्ष लगातार विधानसभा में हंगामा कर रही है। एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने विधानसभा में आरोप लगाया कि प्रकाश मेहता ने दक्षिण मुंबई स्थित ताड़देव के एमपी मिल की एसआरए परियोजना की फाइल पर विभागीय अधिकारी को गुमराह कर हस्ताक्षर किए।
पाटिल के मुताबिक मेहता ने अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृहनिर्माण) के सुझाव को नजरंदाज कर दिया। दरअसल मेहता मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नाम पर झूठ बोलकर फंस गए। उन्होंने संबंधित कागजात पर लिखा कि इस मामले की जानकारी मुख्यमंत्री को है। इसलिए इसे मंजूरी दी जाती है। परन्तु, बाद में यह घोटाला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री ने इस बारे में किसी तरह की जानकारी होने से इनकार कर दिया। इससे मेहता विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं।
गृहनिर्माण मंत्री प्रकाश मेहता मुंबई के पूर्वी उपनगर घाटकोपर से विधायक हैं। उनकी छवि विवादित रही है। चूंकि उन्हें भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का वरदहस्त प्राप्त है। इसलिए चाहकर भी मुख्यमंत्री उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पाते। पर, अब मेहता के एसआरए घोटाले में फंसने के बाद विपक्ष ने दबाव बनाया है कि एकनाथ खडसे की तरह मेहता को भी मंत्री पद से हटाया जाना चाहिए।