अहमदाबाद, कांग्रेस विधायकों को शुक्रवार की रात जिस हालत में थे, वैसे ही गुजरात छोड़ कर भागना पड़ा। गुजरात में 6 विधायकों के पार्टी छोड़ने तथा शंकर सिंह बाघेला के 8 विधायकों के साथ कांग्रेस से अलग होने के बाद, भारतीय जनता पार्टी और शंकर सिंह बाघेला ने, सोनिया गांधी के निजी सचिव और गुजरात की कांग्रेस राजनीति के सर्वेसर्वा अहमद पटेल को राज्यसभा चुनाव मैं हराने के लिए हर स्तर पर अपनी ताकत लगा दी है।
कांग्रेस के विधायकों पर भारतीय जनता पार्टी, सरकारी मशीनरी और उनके आस-पास लोगों के माध्यम से इतना जबरदस्त दबाव बना दिया गया था। उसको देखते हुए विधायकों को गुजरात छोड़ कर कर्नाटक में जाकर शरण लेनी पड़ी। जो विधायक जिस हालत में था, उसी हालत में वह चल पड़ा। गुजरात में इन विधायकों को रोकने के लिए गुजरात सरकार ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। विधायकों का आरोप है कि अहमदाबाद एयरपोर्ट पर चेकिंग और सुरक्षा के नाम पर उन्हें रोकने का भरपूर प्रयास किया गया। किंतु एकजुट होने के कारण वहां से बेंगलुरु आ पाए। बहरहाल, अहमद पटेल को हराने के लिए भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और कांग्रेस के पूर्व नेता शंकर सिंह बाघेला ने कमर कस ली है। अभी भी अहमद पटेल को 3 से 4 और विधायकों की जरूरत पड़ेगी।