फॉर्म और फिटनेस रहने तक खेलूंगी ,अभी मेरी नजरें टी-20 विश्व कप पर : मिताली

नई दिल्ली,भारतीय महिला क्रिकेट की कप्तान मिताली राज ने कहा है कि अभी उनका ध्यान अगले साल वेस्टइंडीज में होने वाली ट्वेंटी20 विश्व चैंपियनशिप पर टिका दी हैं। .बीसीसीआई ने इंग्लैंड में हाल में संपन्न हुए आईसीसी महिला विश्व कप में उप विजेता रही भारतीय टीम की खिलाड़ियों को 50-50 लाख रूपये और सहयोगी स्टाफ को 25-25 लाख रूपये देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर मिताली ने भविष्य की अपनी योजनाओं का भी खुलासा किया। मिताली से जब पूछा गया कि क्या वह अगले विश्व कप में भी खेलना चाहती हैं। उन्होंने कहा, ‘‘एक खिलाड़ी होने के नाते हर कोई चाहता है वह खेले। जब तक मेरी फॉर्म और फिटनेस रहती है मैं तब तक खेलना चाहूंगी। अभी अगले विश्व कप में चार साल का समय है और इस बीच क्या होगा कोई नहीं जानता। हमारा ध्यान अब फिलहाल अगले साल होने वाले टी20 विश्व कप पर है। ’’ मिताली ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 1999 में डेब्यू किया था लेकिन तब से लेकर अब तक वह केवल दस टेस्ट मैच खेल पायी हैं। बीसीसीआई से जुड़ने के बाद पिछले 11 सालों में उन्होंने केवल दो टेस्ट मैच खेले हैं।
इस बारे में पूछने पर भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘ किसी क्रिकेटर के कौशल की असली परीक्षा टेस्ट मैचों में होती है. एकाग्रता, संयम और कौशल के लिहाज से टेस्ट खेलना जरूरी है। महिला टेस्ट भी जरूरी है लेकिन अभी टी20 का जमाना है तथा टी20 और वनडे से खेल को आगे बढ़ाने में मदद मिल रही है। टेस्ट भी महत्वपूर्ण है लेकिन अगर भारतीय टीम इसके लिये तैयार है तो दूसरी टीम भी तैयार होनी चाहिए। ’’ मिताली ने कहा कि विश्व कप में अच्छे प्रदर्शन का कारण इसके लिये बेहतर तैयारियां रही। उन्होंने कहा, ‘‘विश्व कप में जाने से पहले किसी ने नहीं सोचा था कि हम फाइनल में पहुंचेंग। यह विश्वकप वास्तव में कड़ा था लेकिन हमारी तैयारियां अच्छी थी. हमने इससे पहले कुछ महत्वपूर्ण सीरीज खेली और इसके लिये मैं बीसीसीआई का आभार व्यक्त करना चाहती हूं। ’’ मिताली ने कहा, ‘‘मुझे अपनी साथी खिलाड़ियों पर गर्व है। उन्होंने बहुत अच्छी क्रिकेट का प्रदर्शन किया। सहयोगी स्टाफ की भूमिका भी अहम रही। कैसी भी परिस्थिति रही हो ड्रेसिंग रूम का माहौल हमेशा सकारात्मक रहा। इससे खिलाड़ियों ने हर मैच में बेहतर प्रदर्शन किया। हम एक परिवार की तरह रहे और इसका असर मैदान पर भी दिखा। ’’
भारतीय टीम इंग्लैंड से वापस लौटने के बाद लगातार सम्मान समारोहों में भाग ले रही और मिताली ने कहा कहा कि इस तरह के स्वागत से सभी खिलाड़ी उत्साहित हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं भाग्यशाली रही कि मैं महिला क्रिकेट के 2006 में बीसीसीआई से जुड़ने से पहले और उसके बाद भी खेलती रही हूं। हम 2005 में भी विश्व कप फाइनल में पहुंची थी लेकिन तब ऐसा माहौल नहीं था। आज प्रत्येक खिलाड़ी एक हस्ती बन गयी है और इससे सभी बेहद खुश है.’’ मिताली पहले ही महिला आईपीएल की सिफारिश कर चुकी है और आज अन्य खिलाड़ियों ने भी उनकी हां में हां मिलायी. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में नाबाद 171 रन की धांसू पारी खेलने वाली ऑलराउंडर हरमनप्रीत कौर ने कहा कि उन्हें ऑस्ट्रेलियाई बिग बैश लीग में खेलने का फायदा मिला।
हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘मुझे और स्मृति (मंदाना) को बिग बैश में खेलने का फायदा मिला. उम्मीद है कि आगे अधिक भारतीय खिलाड़ी इस तरह के लीग से जुड़ेंगी। अगर हमें भी आईपीएल खेलने का मिलता है तो इससे युवा खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ेगा. इस तरह की लीग की सख्त जरूरत है.’’ एक अन्य ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा ने ने कहा, ‘‘महिला आईपीएल 2008 में तभी शुरू किया जाना चाहिए था जब पुरूषों का आईपीएल शुरू हुआ था लेकिन अब भी देर नहीं हुई. भारतीय महिला क्रिकेट को आगे बढ़ाने के लिये यह जरूरी है क्योंकि अन्य देश इस दिशा में पहल कर चुके हैं। ’’ बायें हाथ के स्पिनर एकता बिष्ट ने भी आईपीएल की जरूरत बतायी। उन्होंने कहा, ‘‘आईपीएल में विदेशी खिलाड़ी भारत आएंगी और हमें उनके साथ खेलने का मौका मिलेगा। इससे कई नयी खिलाड़ी उभरकर सामने आएंगी और हमारी बेंच स्ट्रेंथ मजबूत होगी। ’’ इस अवसर पर बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना ने खिलाड़ियों को इनामी राशि देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि बीसीसीआई हमेशा पुरूषों की तरह महिला क्रिकेट को भी बढ़ावा देता रहेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *