इसरायली संसद को सम्बोधित करेंगे मोदी,हाइफा में शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी

तेल अवीव,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज गुरुवार को इजरायल दौरे का आखिरी दिन है। वह दौरे के अंतिम दिन हाइफ शहर में है। जहाँ से शाम को तेलअवीव लौटकर इसरायली संसद को सम्बोधित करेंगे। इसके पहले मोदी हाइफा में करीब 99 साल पहले दूसरे विश्वयुद्ध के समय शहीद हुए भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
मोदी ने विजिटर बुक में संदेश लिखा और वहां तैनात जवानों से भेंट भी की।जैसा की पता है मोदी हाइफा शहर जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं।
दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने हाइफा में प्रथम विश्व युद्ध के नायक मेजर दलपत सिंह की याद में पट्टिका का अनावरण भी किया।
इसके बाद मोदी ने कुछ कंपनियों के सीईओ के साथ लंच किया है। यहाँ मोदी ने नेतन्याहू के साथ समुन्दर की खूबसूरती को निहारा और जीप में भी घूमे। अब इजरायल की संसद को संबोधित करने मोदी नेतन्याहू के साथ सड़क रास्ते से तेल अवीव लौट रहे हैं। ।
99 साल पहले आज़ाद हुआ हाइफा
हैफा शहर को भारतीय सैनिकों ने पहले विश्व युद्ध के दौरान तुर्की से आजाद कराया था। जहाँ तुर्की का 402 साल से कब्जा बना हुआ था। तब भाले और तलवार से भारतीय जवानों ने तुर्की के सैनिकों को दिया था। जिसमें 44 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे।
भारत आएगा मुंबई हमले में बचा मोशे
इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपनी आगामी भारत यात्रा के दौरान मोशे होल्ट्जबर्ग को साथ लाने की पेशकश की है। यह बात मोश के दादा ने बताई। मोशे 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले में बच गया था। मोशे के दादा रब्बी शिमोन रोसेनबर्ग ने यरूशलम से बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मोशे से मुलाकात करने वाले नेतन्याहू ने अपने भारत यात्रा के दौरान अपने विमान से उसे ले जाने का प्रस्ताव दिया। रोसेनबर्ग ने दावा किया कि मोदी के साथ बैठक के दौरान मोशे ने उनसे मुंबई दौरा करने और चाबाड़ हाऊस जाने की ख्वाहिश व्यक्त की जहां पर उसके माता-पिता मारे गए थे। वहीं इस मुलाकात को लेकर मोशे बेहद रोमांचित दिखा और उसने हिंदी में नमस्ते कहकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिवादन किया। इसके साथ ही उसने अपना लिखित संदेश पढ़ा और कहा कि वह भारत के लोगों और नरेंद्र मोदी को प्यार करता है। वहीं मोदी ने भी मोशो को एक खास गिफ्ट भी दिया।
दिल्ली, मुंबई और तेल अवीव के लिए सीधी विमान
इजरायल में भारतीय मूल के लोगों को भारत के प्रवासी नागरिक (ओसीआई) का कार्ड मिलेगा, भले ही उन्होंने यहां अनिवार्य सैन्य सेवा दी हो। मोदी ने यहां एक समारोह में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली, मुंबई और तेल अवीव के बीच सीधी विमान सेवा शुरू की जाएगी ताकि लोगों के बीच आपसी संबंधों को प्रोत्साहित किया जा सके। इस समारोह में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि यहां भारतीय समुदाय की पुरानी मांग को पूरा करते हुए इजरायल में भारतीय सांस्कृतिक केंद्र भी खोला जाएगा।
मोदी ने कहा कि उन्होंने भारतीय मूल के लोगों को ओसीआई कार्ड लेने में आने वाली समस्याओं के बारे में सुना है। मोदी ने कहा कि भारत सरकार ने नियमों को सरल कर दिया है और इजराइल में अनिवार्य सैन्य सेवा देने वालों को भी ओसीआई कार्ड दिया जाएगा। उन्होंने इजरायल, खासकर उसके नवोन्मेषों एवं वैज्ञानिक उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि देश ने यह दिखा दिया है कि संख्या या आकार मायने नहीं रखता बल्कि भावना मायने रखती है। वर्ष 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमलों के दौरान एक भारतीय आया ने 11 वर्षीय मोशे होल्त्जबर्ग की जान बचाई थी। मोदी ने मोशे का जिक्र करते हुए कहा कि यह दर्शाता है कि जीवन ने किस प्रकार आतंकवाद पर विजय प्राप्त की।

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