मालेगांव, 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में भोपाल से भाजपा सांसद सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर की मुश्किलें बढ़ सकती है। धमाके में इस्तेमाल बाइक को सबूत के तौर पर विशेष अदालत के सामने पेश किया गया, जिसे एक चश्मदीद ने पहचान लिया। दरअसल यह बाइक मामले की आरोपी और प्रज्ञा सिंह ठाकुर के नाम पर पंजीकृत है। गवाह ने कोर्ट को बताया कि जिस दिन धमाका हुआ था उस दिन वह बाइक मौके पर खड़ी थी। विस्फोट में इस बाइक का अगला हिस्सा पूरी तरह नष्ट हो गया पर ढांचा सलामत है। नेशनल इंवेस्टिगेटिव एजेंसी (एनआईए) ने 2 बाइक और 5 साइकिल कोर्ट के समक्ष पेश की थीं। सभी बाइक और साइकिल पहचान के लिए टैम्पो में लाई गई थीं और गवाह को पहचान के लिए टैम्पो के ऊपर चढ़ा गया था। बता दें कि मालेगांव मामले की शुरुआती जांच महाराष्ट्र आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने की थी। एटीएस ने दावा किया था कि ठाकुर ने अपने करीबी सहयोगी रामजी कलसांगरा को विस्फोट करने के लिए बाइक दी थी। कलसांगरा अब भी फरार है। मामले की जांच को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 2011 में एटीएस से अपने हाथों में ले लिया था। एनआईए ने 2016 में दायर अपनी पहली सप्लीमेंट चार्जशीट में ठाकुर को ‘क्लीन चिट’ दे दी थी। गौरतलब है कि मालेगांव में बाइक और साइकिलों पर लगाए गए बमों के विस्फोट में 37 लोगों की मौत हो गई थी और 150 से अधिक लोग घायल हुए थे।