दिल्ली से आई आईबी की टीम ने उज्जैन में महाकाल मंदिर के पास रेकी कर रहे युवक को पकड़ा

भोपाल, सावन के पावन महीने में आतंकियों की नापाक नजर उज्जैन महाकाल मंदिर पर है। इंटेलिजेंस इनपुट पर लखनऊ और दिल्ली के आईबी अफसरों की टीम ने मंदिर में सुरक्षा बंदोबस्त की जानकारी ली और निरीक्षण किया। उनके निरीक्षण के दौरान लगातार रैकी कर रहे एक संदिग्ध युवक को भी पकड़ा है। सूत्रों के अनुसार इंटेलिजेंस इनपुट मिलने के बाद लखनऊ और दिल्ली से आए आईबी के अफसरों ने उज्जैन मंदिर के अंदर और बाहर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने चप्पे-चप्पे की सुरक्षा व्यवस्था को खुद देखा। जब आईबी के अधिकारी मंदिर का निरीक्षण कर रहे थे। उस दौरान एक संदिग्ध युवक लगातार उन अफसरों के मोबाइल फोन से फोटो और वीडियो बना रहा था।
सूत्रों के अनुसार जब लखनऊ, दिल्ली से आए आईबी के अफसरों की टीम मंदिर के अंदर बाहर का निरीक्षण कर रही थी। उस दौरान उनके साथ स्थानीय सीएसपी और उनकी टीम भी मौजूद थी। सीएसपी के हमराह उपेंद्र सिंह भदोरिया लगातार उस संदिग्ध युवक पर नजर बनाए हुआ था, जो लगातार आईबी के अफसरों के निरीक्षण करने के दौरान मोबाइल फोन से तस्वीरें और वीडियो ले रहा था। भीड़-भाड़ वाले मंदिर के हिस्से में भदौरिया ने उसे इसलिए नहीं पकड़ा, क्योंकि वहां तनाव पैदा हो सकता था। जैसे ही संदिग्ध युवक मंदिर के बाहरी हिस्से की तरफ अधिकारियों के पीछे-पीछे गया। बस उसी दौरान उपेंद्र सिंह भदोरिया ने उसे दबोच लिया।
मोबाइल फोन में रैकी की तस्वीर
जब मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों और आईबी के अधिकारियों ने उसका मोबाइल फोन देखा तो उसमें अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान ली गई तस्वीरें और वीडियो था। इसके अलावा भी महाकाल के उसके पास अलग-अलग हिस्सों के वीडियो और तस्वीरे भी थीं। सूत्रों ने यह भी बताया कि संदिग्ध युवक के पास जो उसकी आईडी थी वह भी फर्जी पाई गई। युवक ने आईडी के जरिए अपनी पहचान छुपाई थी। फिलहाल सुरक्षा एजेंसी युवक से पूछताछ कर रही है। इधर, सीएसपी के साथ तैनात होमगार्ड जवान उपेंद्र सिंह भदौरिया को इस सराहनीय कार्य के लिए एसपी उज्जैन सम्मानित भी करेंगे। इसके लिए सीएसपी ऑफिस से एक पत्र उज्जैन एसपी कार्यालय भेजा जा रहा है।
इसलिए आई आईबी की टीम
कुछ दिनों पहले लखनऊ में पकड़े गए संदिग्ध आतंकियों के साजिश के खुलासे के बाद एमपी में अलर्ट जारी किया गया था। सुरक्षा बलों ने उज्जैन महाकाल मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा भी लिया था। हमेशा से आतंकी हमले या फिर साजिश के दौरान महाकालेश्वर मंदिर और उज्जैन शहर हमेशा हाई अलर्ट रहता है। सिमी का गढ़ कहे जाने वाले उज्जैन शहर से सिमी आतंकी सफदर नागोरी जैसे निकले, जो अभी भी भोपाल जेल में बंद है। साथ ही लखनऊ से पकड़े गए संदिग्ध आतंकियों का सिमी नेटवर्क के कनेक्शन होने से इनकार नहीं किया जा सकता। उज्जैन में सिमी की स्लीपिंग सेल होने की संभावना भी है। ऐसे में सावन का पावन महीना है और उज्जैन महाकाल मंदिर और यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा करना सुरक्षा एजेंसियों की सबसे पहली प्राथमिकता है। मंदिर का सुरक्षा पहरा भी इन दिनों बढ़ा दिया गया है।

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