मप्र के 12 शहरों में लॉकडाउन बढ़ाया गया, इंदौर-उज्जैन में 19 और जबलपुर में 22 अप्रैल तक पाबंदी बनी रहेगी

भोपाल, मध्यप्रदेश में कोरोना को देखते हुए सभी शहरों में सोमवार सुबह 6 बजे तक का लॉकडाउन जारी है, लेकिन सरकार ने स्थिति बिगड़ते देख 12 शहरों में लॉकडाउन पीरियड बढ़ा दिया है। इंदौर और उज्जैन में अब 19 अप्रैल तक और जबलपुर में 22 अप्रैल तक लॉकडाउन रहेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जिलों के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के साथ हुई बैठक के बाद यह फैसला लिया गया। इंदौर शहर, राऊ नगर, महू नगर, शाजापुर और उज्जैन जिले के सभी शहरों में 19 अप्रैल सुबह 6 बजे तक लॉकडाउन रहेगा। बड़वानी, राजगढ़, विदिशा, बालाघाट, नरसिंहपुर और सिवनी जिलों में शहरी इलाकों के साथ ही ग्रामीण इलाकों में भी 19 अप्रैल तक पाबंदियां रहेंगी। जबलपुर शहर में लॉकडाउन 22 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया है।
उज्जैन में महाकाल मंदिर के पुजारी की मौत, सभी मंदिर बंद
महाकाल मंदिर के एक पुजारी की कोरोना से मौत होने और दो दूसरे पुजारियों के भी संक्रमित होने के चलते उज्जैन के सभी मंदिर बंद कर दिए गए हैं। राज्य में कोरोना संक्रमित लगातार बढ़ रहे हैं। बीते 24 घंटे में रिकॉर्ड 4,986 केस मिले हैं। 24 लोगों की मौत हुई है। सबसे ज्यादा इंदौर में 912 और भोपाल में 736 संक्रमित आए हैं। प्रदेश में एक्टिव केस 32 हजार से ज्यादा हैं। 52 जिलों में से 47 जिले ऐसे हैं, जहां 100 या उससे ज्यादा एक्टिव केस हैं। अप्रैल के पहले हफ्ते में ही 23 हजार संक्रमित बढ़े हैं। संक्रमण दर 13 फीसदी से ज्यादा है। अगर संक्रमितों के बढऩे की यही रफ्तार रही तो अप्रैल के अंत तक 90 हजार संक्रमित हो जाएंगे।
इंदौर में माइक्रो कंटेनमेंट एरिया बने
इंदौर में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए कलेक्टर मनीष सिंह ने ज्यादा कोरोना संक्रमित क्षेत्रों को माइक्रो कंटेनमेंट एरिया के रूप में घोषित किया है। ऐसे 15 शहरी इलाके अभी चिन्हित किए गए हैं। इन कंटेनमेंट क्षेत्र की अवधि 7 दिन तक रहेगी। यहां लोगों की आवाजाही सीमित रहने के साथ ही लोगों को आवश्यक सेवाएं मिलती रहेगी। इसके अलावा घर-घर सैंपलिंग का कार्य भी किया जाएगा। दरअसल, कुल 33 वार्डों में लगातार केस मिल रहे हैं। वहां प्रशासन की नजर है। पहले चरण में 15 कॉलोनी मोहल्लों में सख्ती गई है।
इंदौर और भोपाल में रेमडेसिविर इंजेक्शन खत्म
जीवन रक्षक इंजेक्शन रेमडेसिविर की सप्लाई इंदौर और भोपाल में खत्म हो गई है। अकेले भोपाल शहर के 51 कोविड अस्पतालों में 2400 भर्ती हैं, इनमें से 1920 मरीजों के परिजन इंजेक्शन के लिए भटक रहे हैं। यही हाल इंदौर का है। यहां छह दिन से दवा दुकानों पर सुबह से ही लाइन लगी रह रही है, लेकिन इंजेक्शन नहीं मिल रहा है। 35 हजार इंजेक्शन के ऑर्डर दे चुके हैं। शुक्रवार को सरकार ने दावा किया है कि हर महीने 1 लाख रेमडेसिविर इंजेक्शन की उपलब्ध कराएगी।
भोपाल में कोरोना हर दिन बन रहा रिकॉर्ड
भोपाल में कोरोना का कहर जारी है। यहां कोरोना संक्रमितों की संख्या का हर दिन रिकॉर्ड बन रहा है। पिछले 24 घंटे में रिकार्ड 736 संक्रमित मिले हैं। यहां एक्टिव केस 5011हैं। इस महामारी की चपेट में मेडिकल छात्र और डॉक्टर भी आने लगे हैं। कोरोना की दूसरी लहर में अब तक भोपाल एम्स में 53 पॉजिटिव केस मिले हैं। इसमें 38 मेडिकल छात्र, 2 डॉक्टर सहित 13 स्वास्थ्य कर्मी हैं।
इंदौर में 5 मौतें, एक्टिव केस 7,425
कोरोना से सबसे ज्यादा इंदौर की हालत खराब है। आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं। 24घंटे के अंदर रिकॉर्ड 912 मरीज मिले हैं। पांच मरीजों की मौत भी हुई है। एक्टिव केस 7425 पर पहुंचा गया है। इसकी वजह से यहां बेड, रेमडेसिविर इंजेक्शन से लेकर ऑक्सीजन तक से जूझना पड़ रहा है।
जबलपुर में सैंपलिंग नहीं बढ़ा रहा स्वास्थ्य विभाग
कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज हो गई है। शुक्रवार को 369 लोग संक्रमित हुए और दो की मौत हुई। हालांकि चौहानी श्मशान घाट में 21 लोगों का अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल से किया गया है। यहां सैंपलिंग नहीं बढ़ाई जा रही है। अब भी 2500 सैंपल ही लिए जा रहे हैं। अब कुल एक्टिव केस 2217 हो गया है।

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