पुणे में तीसरे एक दिवसीय मैच में इंग्लैंड पर रोमांचक जीत के साथ भारत ने 3 -1 से सीरीज पर जमाया कब्ज़ा

पुणे,3 एक दिवसीय क्रिकेट मैच श्रंखला के अंतिम मैच में इंग्लैंड को 7 रन से पराजित कर भारत ने इंग्लैंड पर रोमांचक जीत हासिल करते हुए श्रंखला भी अपने नाम कर ली। भारत द्वारा दिए गए 330 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरे इंग्लैंड ने शुरुआत तो तेज की किंतु उसके विकेट लगातार अंतराल पर गिरते रहे। पिछले मैच के शतकवीर जाॅनी बेयरस्टो 1 रन बनाकर भुवनेश्वर कुमार द्वारा एलबीडब्ल्यू कर दिए गए। जेसन रॉय भी आज नहीं चले। छह गेंदों में तेजी से तीन चौके की सहायता से 14 रन बनाकर उन्होंने अपने हौसले दिखाएं किंतु भुवनेश्वर कुमार ने उन्हें बोल्ड कर दिया। इसके बाद बेन स्टोक्स और डेविड मलान ने मिलकर पारी संभाली। किंतु टी नटराजन की गेंद पर बेन स्टोक्स शिखर धवन को कैच दे बैठे। उन्होंने 39 गेंदों में चार चौके और एक छक्के की सहायता से 35 रन बनाए। जॉस बटलर ने 18 गेंदों में धीमा खेलते हुए दो चौके की सहायता से 15 रन बनाये। शार्दुल ठाकुर की गेंद पर वह एलबीडब्ल्यू करार दे दिए गए। आउट होने वाले अगले बल्लेबाज डेविड मलान थे उन्होंने 50 गेंदों में 6 चौकों की सहायता से 50 रन बनाए। उन्हें शार्दुल ठाकुर की गेंद पर रोहित शर्मा ने कैच करके भारतीय खेमे को राहत प्रदान की। लियाम लिविंगस्टोन तेज खेले। उन्होंने 31 गेंदों में चार चौके और एक छक्के की सहायता से 36 रन बनाए और भारत के लिए परेशानी पैदा की। किंतु शार्दुल ठाकुर ने फिर ब्रेक थ्रू दिलाया और अपनी ही गेंद पर लिविंगस्टोन को कैच कर लिया। इसके बाद सैम करन और मोईन अली ने मिलकर भारतीय गेंदबाजों की बेहतरीन धुनाई की। एक समय लग रहा था कि यह दोनों मैच निकाल ले जाएंगे। लेकिन भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर हार्दिक पंड्या ने मोईन अली का बेहतरीन कैच पकड़ा। मोइन अली ने 25 गेंदों में दो चौके और दो छक्के की सहायता से 29 रन बनाए। किंतु दूसरे सिरे से सैम करन का तूफान जारी था। वह हथियार डालने को तैयार नहीं थे और उन्होंने ऐसा कर भी दिखाया। उन्होंने 82 गेंदों में नौ चौके और तीन छक्के की सहायता से नाबाद 95 रन बनाए। किंतु निचले क्रम के बल्लेबाज उनका साथ नहीं दे पाए। इंग्लैंड की टीम 50 ओवर में 9 विकेट खोकर 322 रन ही बना सकी। भुवनेश्वर कुमार को तीन, शार्दुल ठाकुर को चार और टी नटराजन को एक विकेट मिला।
इससे पहले ऋषभ पंत, शिखर धवन और हार्दिक पंड्या के अर्धशतकों की मदद से भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे और अंतिम वनडे में फिर एक बार 300 से अधिक का स्कोर बनाया। हालांकि, भारतीय टीम 48.2 ओवर में 329 रनों पर ही सिमट गई।
इंग्लैंड ने लगातार तीसरे मुकाबले में टॉस जीतकर भारत को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। इस बार भारतीय सलामी जोड़ी ने शानदार शुरुआत करते हुए पहले विकेट के लिए शतकीय साझेदारी निभाई। रोहित शर्मा फिर एक बार अपनी लय में नहीं दिखे। आदिल राशिद की गेंद पर रोहित बोल्ड हुए। उन्होंने 37 गेंदों पर 37 रन की पारी में छह चौके लगाए। इसके कुछ देर बाद ही शिखर धवन अपना अर्धशतक बनाकर राशिद का दूसरा शिकार बने। राशिद ने उन्हें अपनी ही गेंद पर लपक लिया। धवन ने 56 गेंदों पर 10 चौकों की मदद से 67 रनों की पारी खेली। हालांकि, लगातार दो मैचों में अर्धशतक जमाने वाले कप्तान विराट कोहली इस बार असफल रहे। मोइन अली की अंदर आती गेंद को वे समझ नहीं पाए और बोल्ड आउट हुए। कोहली 7 रन ही बना पाए। इसके बाद पिछले मैच के शतकवीर के.एल. राहुल (07) भी जल्दी ही चलते बने। मात्र 54 रन के भीतर भारत का शीर्ष क्रम पैवेलियन लौट गया।
चार विकेट गिरने के बाद ऋषभ पंत और हार्दिक पंड्या ने टीम से पूरा दबाव दूर कर दिया। दोनों ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए मैदान के चारों ओर शॉट जमाए। दोनों ने अपने-अपने अर्धशतक पूरे किए और टीम के स्कोर को 250 से ऊपर पहुंचाया। दोनों के बीच पांचवें विकेट के लिए 99 रनों की साझेदारी हुई। पंत ने सैम करन की गेंद पर आउट होने से पहले 79 गेंदों पर 78 रनों की पारी खेली। उन्होंने अपनी अर्धशतकीय पारी में 5 चौके और 4 छक्के जमाए। 20 रन बाद ही हार्दिक को बेन स्टोक्स ने बोल्ड कर भारत को छठा झटका दिया। हार्दिक ने 44 गेंदों पर 68 रन की पारी में 5 चौके और 4 छक्के लगाए। हालांकि, तब तक भारत के 276 रन बन चुके थे। निचले क्रम में क्रुणाल पंड्या (25) और शार्दुल ठाकुर (30) ने टीम को 328 के स्कोर तक पहुंचाया। मार्क वुड ने दोनों के विकेट हासिल किए। इसके बाद टीम के योग में मात्र एक रन का इजाफा हुआ और शेष तीन विकेट पैवेलियन लौट गए। इस तरह भारत 50 ओवर भी पूरे नहीं खेल पाया और 48.2 ओवर में सभी विकेट गंवा दिए।

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