मुलताई, बैतूल रोड पर साईं मंदिर के पास सुबह लगभग 5.15 पर इंदौर से आ रही अटल बस क्रमांक एमपी 13 पी 8564 अनियंत्रित होकर पलट गई जिसमें सवार 11 यात्रियों में से 5 घायल हो गए वहीं 6 को आंशिक चोट आई है। पलटने के पहले बस पुलिया की सुरक्षा दीवार से टकराई लेकिन मजबूत दीवार होने से बस नाले में नही गिरी अन्यथा बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। दुर्घटना में निलेश खंडेलवाल मुलताई, बलराम जाटव खातेगांव, देविका महेन्द्र चिकाने एवं अथर्व चिकाने पिपरिया बरखेड़ तथा मीनाक्षी सरेयाम मुलताई शामिल है। सूचना मिलते ही पुलिस सहित संजीवनी 108 ने मौके पर पहुंचकर घायलों को सरकारी अस्पताल लाया गया जहां सभी का प्राथमिक उपचार किया गया। घायल निलेश खंडेलवाल ने बताया कि फोरलेन से नगर की ओर प्रवेश करते ही चालक ने स्पीड बढ़ा दी थी और बस स्टेंड के ठीक पहले बस पुलिया से टकरा कर पलट गई। आसपास के लोगों ने बताया कि सुबह तेज आवाज के साथ बस पलटी जिसके पूरे कांच चकनाचूर हो गए तथा मार्ग पर फैल गए। इधर यात्रियों को लोगों ने बड़ी मुश्किल से बस के बाहर निकाला। बीच मार्ग पर बस पलटने से दोनों ओर का यातायात प्रभावित हो गया। घायल यात्रियों ने बताया कि चालक द्वारा तेजी एवं लापरवाही पूर्वक बस चलाई गई जिससे दुर्घटना हुई। दुर्घटना के बाद बस चालक फरार हो गया वहीं बीच मार्ग से बस को क्रेन के द्वारा एक तरफ किया गया जिसके बाद आवागमन सुचारू हुआ।
तेजी से पुलिया की सुरक्षा दीवार से टकराई बस
सुबह भ्रमण के लिए निकले लोगों ने बताया कि बस तेजी से आकर पुलिया की सुरक्षा दीवार से टकराकर बीच मार्ग पर पलट गई। यदि इस दौरान पुलिया की सुरक्षा दीवार टूट जाती तो बस सीधे नाले में जा समाती जिससे बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। यात्री मीनाक्षी ने बताया कि बस में अधिकांश यात्री बैतूल में उतर चुके थे तथा मुलताई के लिए गिने चुने ही यात्री बचे थे जिसमें बच्चे भी शामिल हैं। यात्रियों के अनुसार बस का समय मिलाने के लिए चालक तेज गति से वाहन चला रहा था जिससे दुर्घटना हुई।
सुबह कई बार हो चुकी है दुर्घटनाएं
इंदौर से मुलताई आने वाली निजी बस के दुर्घटनाग्रस्त होने की यह कोई पहली घटना नही हैं। इसके पहले राहुल एवं वर्मा कंपनियों की बसें भी दुर्घटनाग्रस्त हो चुकी है। अधिकांश दुर्घटनाएं सुबह मुलताई पहुंचने के पूर्व ही होती है जिसमें इसके पूर्व भी बड़ी संख्या में यात्री दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं। बताया जा रहा है कि नियमानुसार चालकों की शिफ्ट बदलना चाहिए लेकिन निजी बसों में पूरी रात एक ही चालक बस चलाने से बसें दुर्घटनाग्रस्त होती है।