रांची, झारखंड में कांग्रेस-जेएमएम के कुछ विधायकों के बीजेपी से संपर्क में रहने की खबरों पर सीएम हेमंत सोरेन ने टिप्पणी की है। हेमंत सोरेन ने सोमवार को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। मुलाकात के बाद सोरेन ने कहा कि सरकार पर किसी भी तरह का कोई संकट नहीं है। उन्होंने दावा किया कि जेएमएम-कांग्रेस-आरजेडी सरकार अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी से भी मुलाकात की है।
मुख्यमंत्री सोरेन ने नई दिल्ली में सोमवार सुबह प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह और राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू से मुलाकात की। फिर उनके साथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर पहुंचे। वहां से निकलने पर उन्होंने कहा कि करीब एक साल बाद वह दिल्ली आए हैं, इस दौरान सोनिया गांधी से शिष्टाचार मुलाकात हुई। उन्हें झारखंड सरकार की ओर से साल भर में किए गए कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमणकाल और लॉकडाउन के बावजूद भी झारखंड में विकास कार्यों को गति प्रदान की गई। जेएमएम और कांग्रेस के कुछ विधायकों के बीजेपी से संपर्क और ऑपरेशन कमल के संबंध में पूछे गए प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है और इस तरह की चर्चा में कोई सच्चाई नहीं है।
सोरेन ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार की ओर से जिस तरह से गैर बीजेपी शासित राज्यों के साथ व्यवहार किया जा रहा है, उसके कारण मामला सुप्रीम कोर्ट में भी चला गया है। वैश्विक महामारी के बीच पूरी तरह से देश को उलझा कर रखा दिया गया है, आज देश में कोई भी ऐसा नहीं होगा, जो शांति से निर्भीक होकर जीवन व्यतीत कर रहा होगा। दिल्ली दौरे के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को राहुल गांधी से भी शिष्टाचार मुलाकात की।
ऑपरेशन कमल पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह ने कहा कि गठबंधन सरकार चलती है, तब सहयोगी दल के विधायक अपनी-अपनी मांग और बात रखते हैं। इन बातों को नाराजगी के तौर पर नहीं लिया जाना चाहिए। आरपीएन सिंह ने कहा कि सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है और सरकार उनके सुझावों पर अमल करती है। चुनाव के वक्त गठबंधन सरकार की ओर से जो वायदा किया गया था, उसे पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि झारखंड में भी कांग्रेस पार्टी ने किसानों के समर्थन में पिछले दिनों एक बड़ी रैली और राजभवन मार्च किया, जिसमें वे खुद भी शामिल हुए थे। कांग्रेस पार्टी किसानों के हित के लिए सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई जारी रखेगी।