ग्वालियर,ग्वालियर वन मंडल और एसटीएफ की टीम ने छापामार कार्रवाई में लाखों करोड़ों की कीमत का शेड्यूल वन प्राणी के अवशेष हाथ लगे हैं। संभावना जताई जा रही है कि यह सामान अन्य प्रांतों से भी खरीदा जाता था। जिसे तांत्रिक लोगों को बढ़े दामों में बिक्री किया जाता था यहां बता दें कि ग्वालियर शहर के मुरार उप नगर में भूरा पंसारी की दुकान जो कि पूरे अंचल में फेमस है उक्त दुकान पर ही एसटीएफ ( शिकार निरोधक दस्ता) के एक जवान ने ग्राहक बनकर भूरा पंसारी की दुकान पर कुछ सामान का सौदा किया तो दुकान पर एक कर्मचारी ने एक-एक करके सामान निकाल दिया और सभी सामान शेड्यूल वन प्राणी के अंग के रूप में निकले जिसके तहत वन अधिकारियों ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर दुकान को सील कर दिया गया है।
ग्वालियर एसडीओ राजीव कौशल ने बताया कि एसटीएफ को स्थानीय क्षेत्र से खबर मिल रही थी कि भूरा पंसारी की दुकान पर काफी दिनों से 1 प्राणियों के अंग बिक्री हो रहे हैं जो कि अवैध है यह खबर मिलते ही ग्वालियर वन मंडल के डीएफओ अभिनव पल्लव निर्देशन में ग्वालियर वन क्षेत्र का स्टाफऔर उड़नदस्ता ने गुरुवार की दोपहर को भूरा पंसारी की दुकान पर पहुंच कर संयुक्त कार्रवाई की यह दुकान मुरार स्थित सदर बाजार में गिरराज जी मंदिर के सामने स्थित है और यह दुकान लगभग 150 साल पुरानी हैं इसी दुकान पर जब एसटीएफ की टीम ने ग्राहक बनकर 1 प्राणियों के संबंधित सामान मिला तो सभी दंग रह गए क्योंकि शेड्यूल बंद प्राणी टाईगर हैरान भालू हिमालय ताल उल्लू और सी फैन आदि के अवशेष बड़ी भारी मात्रा में मौजूद थे जबकि उक्त सामान सभी शेड्यूल बंद प्राणी के अंग हैं उक्त सामान खरीद व बिक्री दोनों ही प्रतिबंध है साथ ही कोई भी अनजान व्यक्ति भी यह सामान को अपने घरों पर भी नहीं रह सकता फिलहाल जांच पड़ताल की जा रही है.