शमी या बुमराह के साथ चाहर, नटराजन और नवदीप को मिल सकता है सीमित ओवरों की सीरीज में अवसर

सिडनी, टीम इंडिया 27 नवंबर से मेजबान ऑस्ट्रेलिया के साथ होने वाली सीमित ओवरों की सीरीज में अपने दोनो तेज गेंदबाजों जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी को शायद ही एकसाथ उतारे। माना जा रहा है कि टीम प्रबंधन आगामी टेस्ट सीरीज को देखते हुए इनकी फिटनेस को लेकर कोई खतरा मौल नहीं लेना चाहता। दोनो देशों के बीच तीन-तीन मैचों की एकदिवसीय और टी-20 सीरीज है जिसके लिए इन दोनो को बारी-बारी से आराम दिया जा सकता है।
दोनो देशों के बीच टेस्ट सीरीज की अहमियत को देखते हुए प्रबंधन शमी और बुमराह पर जरुरत से ज्यादा बोझ नहीं डालना चाहता। भारतीय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री और गेंदबाजी कोच भरत अरुण इन दोनो ही गेंदबाजों को लेकर पूरी तरह संवेदनशील हैं। ऐसे में इन पर पड़ने वाली कार्यभार पर उनकी नजरें बनी हुई हैं।
बुमराह और शमी अगर टी20 मैचों से बाहर बैठते हैं तो इसमें गेंदबाजी की जिम्मेदारी युवा तेज गेंदबाज दीपक चाहर, टी नटराजन और नवदीप सैनी की तेज गेंदबाजों की तिकड़ी के साथ युजवेन्द्र चहल, रविन्द्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर जैसे स्पिनरों पर होगा।
टेस्ट मैचों के लिए टीम इंडिया का पहला प्रैक्टिस मैच 6 से 8 दिसंबर के बीच खेला जाएगा। इस दौरान भारतीय टीम को आखिरी के दो टी-20 अंतरराष्ट्रीय 6 और 8 दिसंबर को खेलने हैं। तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा की चोट की स्थिति अभी साफ नहीं है जिससे बुमराह और शमी दोनों भारतीय टेस्ट अभियान के लिए काफी अहम होंगे। ऐसे में टीम प्रबंधन शास्त्री, कप्तान विराट कोहली और गेंदबाजी कोच 12 दिनों के अंदर सीमित ओवरों के छह मैचों में इन दोनों को एक साथ मैदान में उतार कर कोई खतरा मौल नहीं लेना चाहेगा।
बीसीसीआई के एक सूत्र ने कहा, ‘अगर दोनों बुमराह और शमी टी-20 अंतरराष्ट्रीय 4, 6 और 8 दिसंबर सीरीज में खेलते हैं, तो उन्हें टेस्ट अभ्यास के लिए एक ही मैच मिलेगा, मुझे नहीं लगता कि टीम प्रबंधन ऐसा चाहेगा।’ इस बात की संभावना अधिक है कि सीमित ओवरों की सीरीज के दौरान शमी और बुमराह को एक साथ टीम में शामिल नहीं किया जाए। एक संभावना यह हो सकती है कि दोनों एकदिवसीय मैचों में खेलें, जहां उनके पास 10 ओवर गेंदबाजी करने का मौका होगा। एकदिवसीय के बाद वे टेस्ट मैचों में खेले। शमी को डे-नाइट टेस्ट में इस्तेमाल होने वाली गुलाबी गेंद से अभ्यास करते भी देखा गया है जिससे उनकी प्राथमिकता का पता चलता है।
टीम इंडिया को 17 दिसंबर से एडिलेड में डे-नाइट टेस्ट खेलने से पहले सिडनी में 11 से 13 दिसंबर तक गुलाबी गेंद से एक अभ्यास मैच भी खेलना है।

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