कालीसिंध नदी पर उज्जैन-झालावाड़ नेशनल हाईवे पर निर्माणाधीन ब्रिज का स्लेब गिरने पर मलबे में दबा मिला ग्रामीण का शव

उज्जैन, 11 करोड़ की लागत से उज्जैन-झालावाड़ नेशनल हाईवे ग्राम पाट में कालीसिंध नदी पर बन रहे ब्रिज का स्लेब गुरुवार दोपहर गिरने के बाद पुलिस राहत और बचाव में लगी हुई थी। रात 1.30 बजे मलबे में दबा ग्रामीण का शव मिला है। हादसे में 6 मजदूर घायल हुए थे जिनका उपचार निजी अस्पताल में चल रहा है।
माकड़ोन थाना क्षेत्र के ग्राम पाट में कालीसिंध नदी पर उज्जैन-झालावाड़ नेशनल हाईवे के चलते ब्रिज का निर्माण कार्य किया जा रहा है। गुरुवार दोपहर 3.30 बजे के लगभग अचानक स्लेब टूटकर नीचे गिर गया। काम कर रहे 6 मजदूर घायल हो गए। जानकारी लगते ही प्रशासन और पुलिस का अमला मौके पर पहुंच गया। राहत और बचाव का कार्य शुरू किया गया। मलबा हटाने का काम देर रात तक जारी रहा। इस बीच 1.30 बजे के लगभग मलबे के नीचे से एक ग्रामीण का शव बाहर निकाला गया। जिसकी पहचान गेंदालाल पिता कनीराम बंजारा 50 वर्ष निवासी ग्राम पाट के रूप में हुई। जानकारी लगने पर परिजन मौके पर पहुंच गए थे। अलसुबह मृतक ग्रामीण का शव पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल लाया गया। मलबे के नीचे दबने से ग्रामीण के शरीर की अधिकांश हड्डियां टूट गई थी। एसआई दिग्विजयसिंह आंजना ने बताया कि मामले में मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम कराया गया है। परिजन जिला अस्पताल से शव ग्राम पाट अंतिम संस्कार के लिए लेकर गए हैं।
डेम से नहाकर घर वापस लौट रहा था मृतक गेंदालाल
बताया जा रहा है कि ब्रिज गिरने से मलबे के नीचे दबकर मरने वाला ग्रामीण ग्राम पाट में सरपंच के यहां मजदूरी का काम करता था। दोपहर में वह कालीसिंध नदी पर बने डेम में नहाने गया था। जहां से लौटकर निर्माणाधीन ब्रिज के नीचे से गुजर रहा था। उसी दौरान हादसे में दबकर मौत की आगोश में चला गया। मृतक गेंदालाल का एक पुत्र है जो जानकारी मिलने के बाद देर रात तक मौके पर मौजूद रहा। उसने पिता का शव देखा तो बिलख उठा। पोस्टमार्टम के लिए रिश्तेदार उज्जैन पहुंचे थे।
घायल मजदूरों का चल रहा उपचार
ब्रिज पर स्लेब डालने का काम कर रहे 6 मजदूर हादसे में नीचे आ गिरे थे। जिसमें गणेश पिता वानिया 20 वर्ष, करण पिता कालू 20 वर्ष, हजारिया पिता पारसिंह बारिया 40 वर्ष निवासी झाबुआ, जयेश 40 वर्ष निवासी पाटन, शुभम 30 वर्ष निवासी उज्जैन और नरेश पिता कालू 19 वर्ष झाबुआ घायल हुए थे। जिन्हें तत्काल मौके से उपचार के लिए उज्जैन रैफर किया गया। सभी को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
देर रात दर्ज हुआ प्रकरण
ब्रिज गिरने की घटना के बाद कलेक्टर और प्रशासनिक अमला ग्राम पाट पहुंच गया था। कलेक्टर आशीष सिंह ने मामले में जांच के आदेश जारी कर लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ केस दर्ज करने के निर्देश दिए थे। देर रात अनुविभाग लोक निर्माण सेतु उपसंभाग के आरके कटारिया ने माकड़ोन थाने पहुंचकर ब्रिज निर्माण के ठेकेदार मंगल बिल्डकॉन कंपनी अहमदाबाद, एलएन मालवीय कंपनी के फिल्ड इंजीनियर पवन मालवीय और लैब टेक्नीशियन सुनील कुलकर्णी के खिलाफ धारा 287, 337 में केस दर्ज कराया। सभी पर ब्रिज निर्माण में गलत मटेरियल लगाने की जांच शुरू की गई है।

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