एक्सेसरीज में होते हैं टाइलट शीट से 400 गुना ज्यादा बैक्टीरिया, दो तिहाई लोग नहीं करते हैं सफाई

लंदन, ईयर रिंग, रिंग और वॉच पर टाइलट शीट से 400 गुना ज्यादा रोगाणु रहते हैं। यह खुलासा हुआ है ब्रिटेन में हुए ताजा शोध में। शोध में कहा गया कि दो तिहाई लोग अपने एक्सेसरीज की सफाई नहीं करते हैं। इस शोध को ब्रिटेन की जूलरी और वॉच कंपनी ईएसटी1897 ने कराया था। शोध में पाया गया है कि सात दिनों तक पहनने पर रिंग, वॉच और ईयररिंग में टाइलट शीट के मुकाबले 428 गुना ज्यादा रोगाणु पाए जाते हैं। इस प्रयोग में पाया गया कि जूलरी पर एक हफ्ते में बैक्टीरिया की तादाद हजारों की संख्या में हो गई। जानकारी के मुताबिक अध्ययन में पाया गया कि जूलरी पर ऐसे बेहद घातक बैक्टीरिया थे जो फूड प्वाइजनिंग और संक्रमण पैदा कर सकते हैं।
दरअसल, हमारे हाथ हर दिन खाने से लेकर हजारों अंजान वस्तुओं के संपर्क में आते हैं। जब जूलरी की सही ढंग से सफाई नहीं होती है तो बैक्टीरिया की ग्रोथ बहुत तेजी से होती है। इंसान हर घंटे कम से कम 16 बार अपने चेहरे तो छूता है। इससे बैक्टीरिया के मुंह में संक्रमण का खतरा पैदा हो जाता है। शोध के दौरान केवल सप्ताह तक रिंग के पहनने पर उसके अंदर सबसे घातक 5 बैक्टीरिया पैदा हो गए। रिंग के अंदर बैक्टीरिया की 5 कॉलोनी, एक फंगस कॉलोनी और एक काली फंफूद की कॉलोनी विकसित हो गई। काली फंफूद से त्वजा को गंभीर नुकसान पहुंचता है। उधर, एक सप्ताह तक घड़ी पहनने पर उसके अंदर 4 तरह के बैक्टीरिया पाए गए। घड़ी पर एक सप्ताह के अंदर बैक्टीरिया की 20,020 कॉलोनी पाई गई।
उधर, ईयररिंग पर बैक्टीरिया की 485 कॉलोनी पाई गई। इसमें कुछ ऐसे बैक्टीरिया थे जो फूड प्वाइजनिंग का खतरा पैदा कर सकते हैं। कंपनी ने अपने बयान में कहा, ‘इस शोध में कई रोचक चीजें सामने आई हैं और परिणाम तो चौका देने वाले हैं।’ उसने कहा कि अपनी जूलरी को सुरक्षित रखना भले ही जरूरी है लेकिन उतना ही जरूरी उसकी सफाई है। बता दें ‎कि इंसान कपड़े पहनने के बाद उसे धोता है लेकिन अक्सर ऐसा होता है कि एक्सेसरीज के मामले में हम लापरवाही कर जाते हैं। एक ही जूलरी और वॉच अक्सर पहनता रहता है। इससे उसमें धूल और बैक्टीरिया का साम्राज्य बढ़ता रहता है।

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