भोपाल, उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर से सरोकार रखने वाले और मोदीनगर में क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टर लक्ष्मीकांत वाजपेयी को मध्यप्रदेश का 30 वा राज्यपाल बनाया जा सकता है। जल्द ही इसकी घोषणा की सम्भावना है। गौरतलब है कि लालजी टण्डन को मध्यप्रदेश का राज्यपाल बनाया गया था उनके लगभग वर्ष के कार्यकाल के बाद उनका बीमारी के चलते निधन हो जाने पर उनका कार्यभार उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल को सौंपा गया।
डॉक्टर लक्ष्मीकांत बेहद सरल और सादगी पसंद इंसान है। उनकी सादगी का आलम ये है कि वे विधायक होने के बाद भी मेरठ शहर में अपनी स्कूटर से ही चलते रहे है। यहां तक कि वे विधानसभा भी स्कूटर से ही पहुंच जाते थे। वे छात्र जीवन से ही राजनीति करते रहे है। डॉक्टर लक्ष्मीकांत कालेज के दिनों से ही स्टूडेंट के हित में राजनीति करते आ रहे है। वे कालेज के दिनों में छात्र संघ के महासचिव रहे है। वाजपेयी 14 साल की उम्र से ही जनसंघी हो गए थे। डॉक्टर वाजपेयी को सबसे पहले जनता पार्टी ने 1977 में युवा प्रकोष्ठ का अध्यक्ष बना दिया था। उसके बाद 1980 में भाजपा का जिला महासचिव बनाया था। डॉक्टर लक्ष्मीकांत का काम के प्रति समर्पण देख कर पार्टी ने उन्हें भाजपा युवा मोर्चा का उपाध्यक्ष बना दिया। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान यूपी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे। पार्टी ने ये चुनाव प्रदेश में उनके नेतृत्व में ही फतेह किया था। वे मेरठ से पार्टी के सांसद प्रत्याशी भी रह चुके है। डॉक्टर लक्ष्मीकांत ने मेरठ कॉलेज से बीएससी करके हरिद्वार के आयुर्वेदिक कालेज से बीएएमएस की डिग्री हासिल की है।
यूपी के सादगी पसंद डॉक्टर लक्ष्मीकांत वाजपेयी को मप्र का राज्यपाल बनाये जाने की चर्चा
