कांग्रेस ने सचिन पायलट समेत 18 विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग विधानसभा स्पीकर को पेश की

जयपुर,कांग्रेस के चीफ व्हिप ने पायलट समेत 18 विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग विधानसभा स्पीकर से की है। चीफ व्हिप की अपील के बाद इन सभी विधायकों को नोटिस भेज दिया गया है। सचिन पायलट को बाहर का रास्ता दिखाने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उन पर सीधा अटैक किया है। गहलोत ने सचिन पायलट पर विधायकों की खरीद-फरोख्त में शामिल होने और सरकार गिराने की साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि अगर सचिन पायलट की राजनीति में घिसाई होती तो शायद कुछ और ही तस्वीर होती। गहलोत ने यह भी कहा कि अच्छी अंग्रेजी बोलने से कुछ नहीं होता है, पार्टी, देश और जनता के प्रति समर्पण मायने रखता है।
14 जुलाई को सचिन पायलट समेत उनके दो साथी मंत्रियों को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कैबिनेट से बाहर कर दिया था। इसके अलावा सचिन पायलट को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया है। पायलट पर ये कार्रवाई के बाद
इसके बाद बुधवार सुबह सचिन पायलट ने अशोक गहलोत पर तमाम आरोप लगाए। पायलट ने यहां तक कह दिया कि मैंने पांच साल मेहनत की थी और गहलोत को सीएम बना दिया गया। इसके अलावा पायलट ने यहां तक कहा है कि गहलोत का तजुर्बा इतना है कि वो लोकसभा चुनाव में अपने बूथ पर भी कांग्रेस उम्मीदवार को नहीं जिता सके।
पायलट के इन आरोपों के बाद अशोक गहलोत ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा नई पीढ़ी जो आई है, हम उनको प्यार करते हैं। आने वाला कल उनका है। हमारी जो 40 साल पुरानी लीडरशिप है, उसकी रगड़ाई हुई थी। हम आज भी जिंदा है। सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अशोक गहलोत सब नई पीढ़ी को पसंद करते हैं। इनकी रगड़ाई नहीं हुई थी, केंद्रीय में मंत्री बन गए, अगर रगड़ाई हुई होती तो और अच्छा काम करते। अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर कहा कि अच्छी हिंदी-इंग्लिश बोलना, अच्छी बाइट देना सब कुछ नहीं होता। आपके दिल में क्या है देश के लिए, आपका कमिटमेंट क्या है, ये सब देखा जाता है। सोने की छुरी पेट पर खाने के लिए नहीं होती।

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