देश में कोरोना का एक माह में संक्रमण 6 गुना बढ़ा, 6000 से अधिक मामले आये एक दिन में

नई दिल्ली, कोरोना वायरस संक्रमण बीते एक माह के दौरान 6 गुना बढ़ गया है। लॉक डाउन के प्रथम, द्वितीय तृतीय और चतुर्थ चरण में कोरोनावायरस पीड़ितों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। शुक्रवार को देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 6037 मामले रात को 10 बजे तक सामने आ चुके थे और पीड़ितों की संख्या बढ़कर 1 लाख 24 हजार 262 हो गई थी। अप्रैल माह की 22 तारीख को 1270 मरीज मिले थे और पीड़ितों की संख्या उस दिन 21,350 थी। इस संख्या में 1 लाख 2 हजार 912 कोरोनावायरस संक्रमित मरीजों का इजाफा हो चुका है। यह आंकड़ा लगातार तेजी से बढ़ रहा है और इसके अगले सप्ताह के अंत तक दो लाख के करीब पहुंचने की आशंका है।
कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र में शुक्रवार को 2940 नए मामले सामने आए और कोरोना वायरस पीड़ितों की संख्या बढ़कर 44,582 हो गई। राज्य में इस वायरस से अब तक 1517 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 12,583 लोग ठीक हो चुके हैं। अकेले मुंबई शहर में पीड़ितों की संख्या 27 हजार 251 के करीब है। तमिलनाडु में भी स्थिति संतोषजनक नहीं है। राज्य में शुक्रवार को वायरस के 786 नए मामले सामने आने के साथ पीड़ितों के संख्या बढ़कर 14,753 हो गई। इनमें से 7128 ठीक हो चुके हैं जबकि 99 की मौत हो चुकी है। यहां चेन्नई शहर में कोरोना वायरस संक्रमण के 9,370 मामले मिले हैं। गुजरात में शुक्रवार को कोरोनावायरस से संक्रमित 363 मरीज मिले और पीड़ितों की संख्या बढ़कर 13,273 हो गई। अकेले अहमदाबाद में 9,724 पीड़ित हैं। गुजरात में इस संक्रमण से 645 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 3658 ठीक हो चुके हैं। देश की राजधानी दिल्ली में भी शुक्रवार को कोरोनावायरस संक्रमण के 660 नए मामले सामने आने के साथ पीड़ितों की संख्या बढ़कर 12,319 हो गई। इनमें से 208 लोगों की मौत हो गई है जबकि 5897 ठीक होने में कामयाब रहे हैं। राजस्थान में कोरोनावायरस संक्रमण के शुक्रवार को 150 नए मामले सामने आने के साथ पीड़ितों की संख्या बढ़कर 6377 हो गई। इनमें से 3542 ठीक हो चुके हैं और 152 की मृत्यु हो चुकी है। इन राज्यों में देश के अधिकांश कोरोनावायरस पीड़ित हैं।
शुक्रवार को मध्यप्रदेश में 189, पश्चिम बंगाल में 135, बिहार में 118, कर्नाटक में 138 मरीज मिले। बाकी राज्यों में संक्रमण के मामले 100 से नीचे ही थे। कुछ राज्यों में शुक्रवार को संक्रमण का कोई भी मामला सामने नहीं आया। आंकड़ों का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि तमिलनाडु में जितनी तेजी से संक्रमण फैल रहा है उतनी ही तेजी से रिकवरी भी हो रही है। केरल और तमिलनाडु दोनों राज्यों में मृत्यु दर सारे देश की अपेक्षा बहुत कम है। मृत्यु दर के मामले में महाराष्ट्र और गुजरात सबसे आगे हैं।
इस वायरस के फैलाव के साथ ही अब ग्रामीण क्षेत्रों से भी संक्रमण की खबर आ रही है, जो कि बेहद चिंतनीय है। उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, मध्यप्रदेश के कई क्षेत्रों से प्रवासी मजदूरों के संक्रमित होने की खबर है। ग्रामीण क्षेत्रों में फैलता संक्रमण देश की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए चुनौती बन सकता है। ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य की अधोसंरचना बहुत दयनीय स्थिति में है। यहां समय पर इलाज और उचित देखभाल के अभाव में कोरोनावायरस खतरनाक हो सकता है। सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाया है और जनता से अपील की है कि वह दूरदराज के क्षेत्रों से आने वाले प्रवासी मजदूरों एवं अन्य कामगारों को क्वॉरेंटाइन होने में सहयोग करे।

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